तृणमूल सांसद ने बीजेपी से बदला लेने के लिए राज्यपाल को दी बड़ी धमकी, पार की सारी हदें

नारदा घोटाले के आरोपी तृणमूल कांग्रेस के विधायक और नेताओं के खिलाफ सीबीआई को मामला चलाने की अनुमति देने से शुरू हुआ टकराव अब संवैधानिक गरिमा को तार-तार कर रहा है। पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ और ममता बनर्जी सरकार के बीच टकराव फिर तेज हो गया है। अब टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी ने गवर्नर को लेकर तीखा बयान देते हुए लोगों से कहा है कि वे उनके खिलाफ केस दर्ज कराएं। यही नहीं उन्होंने जगदीप धनखड़ को गवर्नर के पद से हटने के बाद जेल भिजवाने की भी धमकी दी है। कल्याण बनर्जी ने कहा, ‘हम जानते हैं कि उनके खिलाफ हम आपराधिक केस दर्ज नहीं करा सकते। हम लोगों से अपील करते हैं कि उनके खिलाफ शिकायत दर्ज कराएं, जहां वह हिंसा और अपराध को बढ़ावा दे रहे हैं।’

लोगों की शिकायत पर भेजेंगे जेल

यही नहीं कल्याण बनर्जी यहीं थम जाते तो भी गनीमत थी। उन्होंने गवर्नर को जेल भेजने की धमकी देते हुए कहा कि एक बार जब वह पद से हट जाएंगे, तो लोगों की शिकायत को कार्यवाही का आधार बनाया जाएगा। उन्हें उसी प्रेसिडेंसी जेल में रखा जाएगा, जहां नारदा स्कैम के मामले में टीएमसी के विधायकों को रखा गया है। कल्याण बनर्जी ने कहा, ‘चिंता न करें, 2024 के बाद बीजेपी के कई नेता जेल जाएंगे। कोरोना के हालात न संभाल पाने वाले और वैक्सीन तक लोगों को न दे पाने वाले लोगों को जाना ही होगा। भारत के लोग दूसरी आजादी का इंतजार कर रहे हैं।’

राज्यपाल भी हैरान है कल्याण की प्रतिक्रिया पर

यह अलग बात है कि टीएमसी सांसद की इस टिप्पणी पर राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने प्रतिक्रिया देते हुए हैरानी जताई है। उन्होंने कहा कि वह कल्याण बनर्जी का बयान सुनकर हैरान हैं। दरअसल नारदा स्टिंग केस के मामले को गवर्नर ने सीबीआई को ट्रांसफर कर दिया था। इसके बाद ही बंगाल सरकार के दो मंत्रियों सुब्रत बनर्जी, फिरहाद हाकिम समेत 4 नेताओं को अरेस्ट किया गया है और उन्हें जेल भेजा गया था। इसके बाद से ही टीएमसी एक बार फिर से गवर्नर जगदीप धनखड़ पर हमलावर है। कल्याण बनर्जी ने सीबीआई को मामला ट्रांसफर करने को लेकर गवर्नर को संविधान का हत्यारा भी करार दिया है।

यह भी पढ़ें: ममता का दामन छोड़ बीजेपी में आए नेताओं का सीएम की कुर्सी ने बदला मन, उठने लगी टीस

यह है नारदा घोटाला

2016 में बंगाल में विधानसभा चुनाव से पहले नारदा स्टिंग टेप सार्वजनिक किए गए थे। ऐसा दावा किया गया था कि ये टेप साल 2014 में रिकॉर्ड किए गए थे। इसमें टीएमसी के मंत्री, सांसद और विधायक की तरह दिखने वाले वयक्तियों को कथित रूप से एक काल्पनिक कंपनी के प्रतिनिधियों से कैश लेते देखा गया था। यह स्टिंग ऑपरेशन नारदा न्यूज पोर्टल के मैथ्यू सैमुअल ने किया था। 2017 में कलकत्ता हाईकोर्ट ने इन टेप की जांच का आदेश सीबीआई को दिया था।