बीते विधानसभा चुनावों में मिली हार के बाद कांग्रेस की नजर अब दिल्ली विधानसभा चुनाव पर है और पार्टी ने इसके लिए रणनीति बनानी भी शुरू कर दी है। दरअसल, शुक्रवार को कांग्रेस ने दिल्ली में एक बैठक का आयोजन किया। इस बैठक में कांग्रेस ने महाराष्ट्र, झारखंड और हरियाणा में हाल के चुनावों में पार्टी के प्रदर्शन पर विचार-विमर्श किया। साथ ही आगामी दिल्ली चुनावों की तैयारियों की समीक्षा की।
यह बैठक संसद के चालू सत्र के दौरान हो रही है और इसमें अडानी मुद्दे पर सरकार को घेरने के तरीकों जैसे मुद्दों पर भी चर्चा होने की संभावना है। अडानी मुद्दे और संभल में हिंसा को लेकर विपक्ष के हंगामे के कारण शीतकालीन सत्र की शुरुआत से लेकर अब तक संसद की कार्यवाही लगातार चौथे दिन भी नहीं चल सकी।
खड़गे कि अध्यक्षता में हुई कांग्रेस की बैठक
बैठक की अध्यक्षता कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने की और इसमें पार्टी के पूर्व प्रमुख राहुल गांधी और एआईसीसी महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा, केसी वेणुगोपाल और जयराम रमेश सहित अन्य लोग शामिल हुए।
पार्टी की शीर्ष निर्णय लेने वाली समिति दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए गठबंधन की संभावनाओं और तैयारियों के साथ-साथ अगले साल बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारियों पर भी विचार-विमर्श करेगी।
कई शीर्ष नेता रहे शामिल
कांग्रेस जिस महा विकास अघाड़ी का हिस्सा है, उसे महाराष्ट्र में चुनावों में करारी हार का सामना करना पड़ा, लेकिन झामुमो के नेतृत्व में पार्टी के गठबंधन ने झारखंड में जीत हासिल की। हरियाणा में कांग्रेस को भाजपा के हाथों करारी हार का सामना करना पड़ा।
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कांग्रेस ने शुक्रवार को चुनाव आयोग के समक्ष हाल ही में संपन्न महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए मतदान और मतगणना प्रक्रिया से संबंधित आंकड़ों में सामने आई गंभीर विसंगतियों का मुद्दा उठाया और प्रासंगिक साक्ष्य पेश करने के लिए व्यक्तिगत रूप से सुनवाई की मांग की