मोबाइल और इंस्टाग्राम रील पर चांद की तस्वीर को देखते हुए आपके अंदर उसको लेकर कौतूहल अवश्य पैदा होता होगा। बीते दिनों ISRO ने सफलतापूर्वक चंद्रयान 3 के विक्रम लैंडर को चांद की सतह पर उतारा था। इस मिशन की सफलता ने भारत को अंतरिक्ष की चौथी महाशक्ति में शुमार कर दिया। चंद्रमा लंबे समय से मानव सभ्यता के लिए उत्सुकता और बहुत ही रहस्य का विषय बना हुआ है। चंद्रयान, अपोलो और आर्टेमिस मिशन जो अंतरिक्ष में भेजे जा रहे हैं। उनका फोकस इन्हीं रहस्यों के बारे में जानना है। विज्ञान के अलावा पौराणिक कथाओं में हमने चंद्रमा को खूबसूरती और विभिन्न उपमाओं से भी जोड़ा है। पूर्णिमा के दिन तो चांद बहुत ही खूबसूरत दिखता है। इसी अवसर में आज 28 सितंबर यानी की गुरुवार को रात में चांद से जुड़ी एक बेहद ही खास खगोलीय घटना होने जा रही है।
आज रात में आसमान में सुपरमून दिखने वाला है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि आज रात को इस साल का आखिरी सुपरमून दिखेगा। ऐसे में यह साल का सबसे चमकीला सुपरमून होगा। कई देशों में इस घटना को हार्वेस्ट मून के नाम से जाना जाता है। सुपरमून एक विशेष प्रकार की खगोलीय घटना है। पूर्णिमा के इस दिन चंद्रमा पृथ्वी कक्षा में घूमते हुए धरती के बहुत पास आ जाता है। पास होने के कारण चंद्रमा इस दिन काफी बड़ा दिखाई देता है।
इसी कारण से अन्य पूर्णिमा की अपेक्षा इस दौरान चंद्रमा काफी बड़ा दिखाई देता है। 23 सितंबर के आसपास में पड़ने वाली पूर्णिमा को कई देशों में हार्वेस्ट मून भी कहा जाता है। हार्वेस्ट मून का कृषि से भी गहरा संबंध है। ऐसा माना जाता है कि चांद की तेज रोशनी में पुराने समय में लोग फसल की कटाई करते थे। ऐसे में अगर आप भी इस खगोलीय घटना का लुत्फ उठाना चाहते हैं, तो आज रात को आप इस सुपरमून को आसमान में देख सकते हैं।
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