- संभल में ₹659 करोड़ की 222 विकास परियोजनाओं का मुख्यमंत्री ने किया लोकार्पण और शिलान्यास
संभल । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को संभल जिले के बहजोई में ₹659 करोड़ की 222 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। इस दौरान एक विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने संभल के धार्मिक विरासत के संरक्षण, ऐतिहासिक अन्यायों और राजनीतिक विरोधियों पर तीखे हमले किये। सीएम योगी ने संभल को हिंदू आस्था का प्रतीक बताते हुए विदेशी आक्रांताओं, कांग्रेस और सपा को निशाने पर लिया और चेतावनी दी कि ‘संभल के साथ पाप करने वालों को उनके पापों की कड़ी सजा मिलेगी’। उनके भाषण ने सभा में उपस्थित हजारों लोगों को जोश से भर दिया।
विदेशी बर्बर आक्रांताओं ने हमारे तीर्थों को अपवित्र और नष्ट करने का कार
योगी आदित्यनाथ ने संभल की ऐतिहासिक सच्चाई को उजागर करते हुए विदेशी आक्रांताओं पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि संभल में कभी 68 तीर्थ, 19 पावन कूप और परिक्रमा मार्ग थे, लेकिन “विदेशी बर्बर आक्रांताओं ने हमारे तीर्थों को अपवित्र और नष्ट करने का कार्य किया। सभी कूपों और तीर्थों पर कब्जे हो गए। 24 और 84 कोस परिक्रमा मार्ग को बाधित किया गया। एक सत्य को छिपाने का कुत्सित प्रयास किया गया।
मुख्यमंत्री ने इस अन्याय को ‘कुत्सित चेष्टा’ बताते हुए जोर देकर कहा कि उनकी सरकार अब इन 68 तीर्थों और 19 कूपों के पुनरोद्धार की जिम्मेदारी उठाएगी। उन्होंने लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर का उदाहरण देते हुए कहा कि जैसे उन्होंने काशी विश्वनाथ और सोमनाथ मंदिरों का पुनरोद्धार किया, वैसे ही संभल के तीर्थों को भी नया जीवन दिया जाएगा। सीएम योगी ने कहा कि विकास तभी सार्थक होता है जब वह विरासत के साथ जुड़ता है। ये विरासत का संरक्षण भी है और वर्तमान एवं भविष्य के सुनहरे सपने को उड़ान देने का अभियान है।
जिनकी पृष्ठभूमि विवादित, उन्हें हिन्दू परंपरा में विवाद नजर आता है
मुख्यमंत्री ने संभल की धार्मिक महत्वता पर जोर देते हुए कहा कि यह स्थान हरि (विष्णु) और हर (शिव) दोनों का सामूहिक दर्शन स्थल है, जहां भगवान विष्णु के 10वें अवतार कल्कि अवतरित होंगे। उन्होंने पुराणों का हवाला देते हुए बताया कि श्रीमद्भागवत महापुराण, स्कंद पुराण और विष्णु पुराण में संभल की चर्चा है और यह कलियुग में भगवान कल्कि के अवतार का केंद्र होगा।
सीएम योगी ने कहा कि कुछ लोगों को ये विवादित विषय लगता होगा, क्योंकि जिनकी पृष्ठभूमि ही विवादित है, उन्हें हिंदू परंपरा में विवाद नजर आता है। मगर ये विवाद का विषय नहीं हो सकता। उन्होंने स्पष्ट रूप से उन लोगों पर निशाना साधा जो हिंदू विरासत को विवादित बनाने की कोशिश करते हैं और चेतावनी दी कि ऐसे कुत्सित प्रयासों को ध्वस्त किया जाएगा।
सपा और कांग्रेस ने संभल के साथ किया पाप
मुख्यमंत्री ने काशी और अयोध्या का जिक्र करते हुए अपनी सरकार की उपलब्धियों को गिनाया और पूछा कि अगर काशी और अयोध्या का पुनरोद्धार हो सकता है तो संभल का क्यों नहीं? उन्होंने भगवान कल्कि और हरिहर धाम के पुनरोद्धार के लिए सरकार की संकल्पबद्धता जताई। सीएम योगी ने कांग्रेस और सपा निशाना साधते हुए कहा, “याद करना संभल के साथ सपा और कांग्रेस ने कौन-कौन से पाप यहां किए हैं। कांग्रेस ने यहां सामूहिक हत्याएं कराईं और उसके चेले के रूप में सपा ने हत्यारों को बचाने का कार्य किया। आजादी के बाद जो कत्लेआम हुए, उसकी सच्चाई सामने आ जाती तो उनके वोट बैंक खिसकने का भय था।”
उन्होंने चेतावनी भरे लहजे में कहा, “हम वोटबैंक के लिए नहीं, विरासत के संरक्षण के लिए यहां आए हैं। जो भारत और भारतीयता को कलंकित करने का कार्य करेंगे, उन्हें ऐसा सबक सिखाएंगे कि उनकी आने वाली पीढ़ियां याद करेंगी कि किन लोगों से टकराए हैं।”
संभल की सच्चाई को छिपाने वाले गलत मंसूबों को ध्वस्त किया जाएगा
योगी आदित्यनाथ ने दंगाइयों और अराजक तत्वों पर भी कड़ा रुख अपनाया। उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों में दंगे होते थे, अराजकता फैलती थी, शोषण होता था। न बेटी सुरक्षित होती थी, न व्यापारी। लेकिन अब हर यूपी वासी सुरक्षित है, केवल दंगाई नहीं। उनके ऊपर महाकाल अपना असर दिखा रहे हैं। अब वह अपनी गति को दुर्गति में बदल रहा है। मुख्यमंत्री ने जोर देकर कहा कि संभल की सच्चाई को छिपाने वाले गलत मंसूबों को ध्वस्त किया जाएगा और “संभल के साथ पाप करने वालों को उनके पापों की सजा मिलेगी। संभल के विकास को बाधित करने वालों को कीमत चुकानी पड़ेगी। सनातन धर्म के पवित्र स्थलों को अपवित्र करने वालों को कीमत चुकानी पड़ेगी।
सीएम योगी ने अपनी सरकार की उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि पिछले 8 साल में साढ़े 8 लाख नौकरियां दी गईं, जिसमें हाल ही में 60,200 युवाओं को पुलिस में भर्ती किया गया। उन्होंने पिछली सरकारों पर हमला बोलते हुए कहा कि वे एक जिले में एक माफिया पालती थीं, जबकि उनकी सरकार ‘एक जिला एक उत्पाद’ योजना चला रही है। उन्होंने गरीबों को आवास, फ्री राशन, बेटियों की शादी के लिए अनुदान और स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने का जिक्र किया।
मुख्यमंत्री ने आगामी पर्वों का जिक्र करते हुए कहा कि 9 अगस्त को रक्षा बंधन और काकोरी ट्रेन एक्शन का स्मृति दिवस है, 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस और 16 अगस्त को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान का समर्थन करते हुए तिरंगा फहराने की अपील की। योगी ने संभलवासियों की सराहना की कि उन्होंने विपरीत परिस्थितियों में दंगों को झेला लेकिन कभी नहीं झुके। उन्होंने आश्वासन दिया कि डबल इंजन सरकार विरासत के संरक्षण और विकास के लिए प्रतिबद्ध है।
सीएम ने संभल संवाद ऐप का किया उद्घाटन
सीएम योगी ने कहा कि आज लोकार्पित और शिलान्यास होने वाली योजनाएं केवल छोटी सी झलक हैं। उन्होंने संभल में ₹659 करोड़ की 222 परियोजनाओं का विवरण दिया, जिसमें शिक्षा, व्यावसायिक शिक्षा, पेयजल, सड़कें, आंगनवाड़ी केंद्र और कम्पोजिट विद्यालयों की सुविधाएं शामिल हैं। मुख्यमंत्री ने नवजात बच्चों का अन्नप्राशन संस्कार संपन्न कराया, कार्यक्रम स्थल पर लगी प्रदर्शनी का अवलोकन किया। इसके साथ उन्होंने संभल में जिलाधिकारी कार्यालय और एकीकृत आवासीय भवनों का विधि-विधान से शिलान्यास किया।
इस अवसर उन्होंने संभल में उत्खनन के दौरान प्राप्त हुए पुरातात्विक वस्तुओं का भी अवलोकन किया। मुख्यमंत्री ने संभल में पौधरोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। साथ ही उन्होंने संभल संवाद ऐप का उद्घाटन किया और विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों को सम्मानित करते हुए चेक, मकान की चाबी और प्रमाण पत्र वितरित किए।
कार्यक्रम में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी, मंत्री गुलाब देवी, धर्मवीर प्रजापति, राज्यमंत्री सरदार बलदेव सिंह ओलख, क्षेत्रीय अध्यक्ष सत्येंद्र सिसोदिया, दुर्विजय सिंह शाक्य, भाजपा जिलाध्यक्ष हरेंद्र सिंह, जिला प्रभारी हेमंत राजपूत, जिला पंचायत अध्यक्ष अनामिका यादव, एमएलसी जयपाल सिंह व्यस्त, हरि सिंह ढिल्लो, सत्यपाल सिंह सैनी सहित अन्य गणमान्य उपस्थित रहे।
योगी आदित्यनाथ का यह भाषण न केवल विकास का रोडमैप पेश करता है, बल्कि उनकी फायरब्रांड छवि को भी मजबूत करता है, जहां वे हिंदू विरासत के रक्षक और अन्याय के खिलाफ कड़े योद्धा के रूप में उभरते हैं। संभल अब न केवल विकास का केंद्र बनेगा, बल्कि धार्मिक पुनरुत्थान का प्रतीक भी।