ईंट के भट्ठे में जमा पानी के कुंड में डूबने से तीन बच्चों की दर्दनाक मौत हो गई। घटना बागपत जिले के बड़ौत थाना क्षेत्र के ट्योढ़ी गांव की है। जहां पर एक ईंट भट्ठे की पथेर के लिए जमा किए हुए पानी के कुंड ने तीन बच्चों की जान ले ली। तीन बच्चों की मौत से परिवार में कोहराम मच गया है। बच्चों के पानी में डूबकर मरने की सूचना मिलते ही बागपत और बडौत पुलिस मौके पर पहुंची और बच्चों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजने के लिए पंचनामा भरना शुरू किया तो परिजनों ने बच्चों के शवों को पोस्टमार्टम भेजने का विरोध किया और लेकिन पुलिस अधिकारियों ने उनको समझा-बुझाकर शांत किया और शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजना चाहा तो परिजनों ने पोस्टमार्टम से इंकार कर दिया।
बताया गया कि दिल्ली-सहारनपुर हाईवे पर एमबीएफ नाम से एक ईंट भट्ठा है। यह भट्ठा नीरज कुमार का बताया जा रहा है। ईंट भट्ठे के बराबर में ईंट पाथने के लिए पानी एक गड्ढे बनाया हुआ है। इस गडढे में आसपास के खेतों से और पानी इस गड्ढे में जमा हो जाता है। जिसके बाद यह एक कुंड के रूप में तब्दील हो जाया करता है। आज ईंट भट्ठे पर काम करने वाले मजदूरों के बच्चे खेलते-खेलते इस कुंड में नहाने के लिए कूद पड़े। भट्ठे पर ही काम करने वाले एक मजदूर ने इसकी सूचना परिजनों को दी। इसके बाद काफी संख्या में मजदूर इकट्ठा होकर मौके पर पहुंचे। तीनों बच्चों को किसी तरह बाहर निकाला गया। परिजन बच्चों को बड़ौत के निजी अस्पताल में लेकर पहुंचे। जहां तीनों बच्चों को चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया।
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मृत बच्चों में अनिस (9 वर्ष) पुत्र हरबीर निवासी गौरीपुर, सावन (15 वर्ष) पुत्र संजीव, मनु (14 वर्ष) पुत्र ओमवीर किरठल निवासी शामिल है। तीनों बच्चों की मौत के बाद ईंट भट्ठे पर कोहराम मच गया। उधर, परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। वहीं परिजनों ने बच्चों के शवों का पोस्टमार्टम कराने से इनकार कर दिया।