सरकार ने बदल दिया टीकाकरण का तरीका, अब वैक्सीन लगवाने के लिए करना होगा ये काम

कोरोना महामारी की दूसरी लहर ने देशभर में आतंक मचा रखा है, हर दिन संक्रमण के नए आंकड़े दर्ज किए जा रहे है। वैक्सीन आने से जहां एक तरफ राहत की सांस मिली थी वहीं कुछ लोग अब भी वैक्सीन लगवाने से कतरा रहे थे। इन सब के बीच भी इस जानलेवा वायरस के खिलाफ लड़ाई जारी है और बचाव के लिए टीकाकरण अभियान पूरे जोर-शोर से चल रहा है। सरकार ने अब तो 18 साल से अधिक उम्र वालों का भी टीकाकरण शुरू कर दिया है। वैक्सीनेशन का तीसरा चरण 1 मई से शुरू हो चुका है और लोग टीका के लिए बड़ी संख्या में कोविन पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कर रहे हैं।

आपको बता दें कि इसी बीच सरकार ने पोर्टल में एक नया फीचर ऐड किया गया है। सरकार ने कोविन पोर्टल पर कुछ अहम बदलाव किए हैं। इन बदलावों के जरिए कुछ कमियों को दूर किया गया है। वहीं कुछ ऐसी सुविधाएं भी दी गई हैं, जिससे लोगों का काम आसान होगा। कोविन पोर्टल पर सबसे बड़ा बदलाव यह किया गया है कि अब रजिस्ट्रेशन के बाद जब आपका वैक्सीन लगवाने का नंबर आएगा तो एक चार अंक का सिक्योरिटी कोड देना होगा। इसके बगैर आपको टीका नहीं लग पाएगा।

सिक्योरिटी कोड को इसलिए कर दिया जरुरी

गौरतलब है कि देश में 16 जनवरी से कोरोना टीकाकरण की शुरुआत हुई थी। तभी से कोविन पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन को अनिवार्य किया गया था। टीका लगवाने के लिए सबसे पहले कोविन पोर्टल, आरोग्य सेतु ऐप और उमंग ऐप पर रजिस्ट्रेशन करना होता है। रजिस्ट्रेशन के बाद दी हुई तारीख पर आप टीकाकरण केंद्र पहुंचते हैं और टीका लगवाते हैं। तब आपके पास सफलतापूर्वक टीकाकरण का एक मैसेज आता है।

कई बार देखा गया कि रजिस्ट्रेशन के बाद लोग दी हुई तारीख पर टीकाकरण केंद्र पर नहीं पहुंचे, लेकिन उनके पास टीकाकरण हो जाने का मैसेज आ गया। इसकी काफी शिकायतें मिल रही थीं। इसी को दूर करने के लिए सिक्योरिटी कोड को अनिवार्य किया गया है। यह व्यस्था 8 मई यानी शनिवार से लागू हो जाएगी। इसके बाद बिना कोड के टीका नहीं लग पाएगा। कोविन सिस्टम पर लागू किया नया फीचर सिर्फ उन लोगों के लिए होगा, जिन्होंने वैक्सीनेशन के लिए ऑनलाइन बुकिंग की है।

कोड देने पर ही जेनेरेट होगा डिजिटल सर्टिफिकेट

चार अंकों का यह सिक्योरिटी कोड अपॉइंटमेंट एकनॉलेजमेंट स्लिप पर भी प्रिंट किया जाएगा। लेकिन इसकी जानकारी वैक्सीनेटर या ऑपरेटर को नहीं होगी। अपॉइंटमेंट मिल जाने के बाद इस कोड को यूजर के मोबाइल फोन पर एसएमएस के जरिए भी भेजा जाएगा।

वैक्सीनेशन सेंटर पर कोड दिखाने के बाद टीका लग जाएगा। पोर्टल पर कोड की एंट्री के बाद ही डिजिटल सर्टिफिकेट जेनेरेट होगा। इसके बाद आपको एक मैसेज आएगा कि आपका टीकाकरण सफलतापूर्वक हो गया है। अगर आपको मैसेज नहीं आता है तो आपको सेंटर पर बताना होगा।

और भी हुए हैं बदलाव

सिक्योरिटी कोड के अलावा कोविन पोर्टल के डैशबोर्ड में बदलाव किया गया है। इससे लोगों को काफी सुविधा मिलेगी। जब आप पिन कोड या जिला, किसी एक के जरिए बुकिंग के लिए स्लॉट सर्च करेंगे तो आपको एज ग्रुप, वैक्सीन, फ्री और पेड की जानकारी उसी वक्त मिल जाएगी। पहले वैक्सीन लगवाने के बाद मैसेज आने पर पता चलता था कि आपको कौन सी वैक्सीन लगाई गई है। लेकिन इस सुविधा के जरिए आपको सारी जानकारी पहले ही मिल जाएगी।

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काफी लोगों की मांग थी कि हमें कौन सी वैक्सीन लगवानी है, इसे चुनने का अधिकार दिया जाए। इस सुविधा से उस मांग को भी पूरा कर दिया गया है। अब आप पहले ही देख लेंगे कि मुझे जो वैक्सीन लगवानी है, वो कहां और कब उपलब्ध है और उस हिसाब से आप अपने लिए स्लॉट बुक कर पाएंगे।