संसद का बजट सत्र आज से शुरू हो गया। सदन में जाने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मीडिया के सामने सत्र को लेकर एक संक्षिप्त भाषण दिया, जिसमें उन्होंने विपक्षी दलों के सांसदों से सहयोग की अपील की। पीएम मोदी ने कहा कि बजट सत्र में तकरार तो रहेगी, लेकिन तकरीर भी तो रहनी चाहिए। इसके अलावा उन्होंने महिला सशक्तिकरण की भी बात कही।
पीएम ने कहा कि आज बजट सत्र शुरू हो गया है। अर्थ जगत में जिनकी मान्यता है उनकी आवाज आशा की किरण ला रही। आज भारत की वर्तमान राष्ट्रपति संयुक्त सदन को पहली बार संबोधित करने जा रही हैं। उनका संबोधन भारत के संविधान, संसदीय प्रणाली का गौरव है और आज नारी सम्मान का भी अवसर है। हमारी वित्त मंत्री भी एक महिला हैं। वो कल (1 फरवरी) देश के सामने एक और बजट पेश करेंगी। आज की वैश्विक परिस्थितियों में भारत ही नहीं पूरी दुनिया की नजर भारत के बजट पर है।
पीएम मोदी ने कहा कि अस्थिर वैश्विक आर्थिक स्थिति के बीच भारत का बजट आम नागरिकों की आशाओं और आकांक्षाओं को पूरा करने का प्रयास करेगा। दुनिया को जो आशा की किरण दिख रही है, वो और तेज होगी। इसके लिए मुझे दृढ़ विश्वास है कि निर्मला सीतारमण उन आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए सभी प्रयास करेंगी। उन्होंने आगे कहा कि एनडीए सरकार का भाव हमेशा से ‘भारत पहले, नागरिक पहले’ को रहा है। इस बजट सत्र में तकरार भी रहेगी लेकिन तकरीर भी होनी चाहिए, विपक्ष के सभी साथी तैयारी के साथ बारिकी से अध्ययन करके अपनी बात रखेंगे। दन बहुत अधिक अच्छे तरीके से चर्चा करके अमृत निकालेंगे।
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इन दलों ने किया राष्ट्रपति के अभिभाषण का बहिष्कार
वहीं संसद सत्र के पहले दिन भारत राष्ट्र समिति(BRS) और आम आदमी पार्टी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण का बहिष्कार कर दिया। मामले में बीआरएस सांसद केशव राव ने कहा कि हम राष्ट्रपति के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन हम लोकतांत्रिक विरोध के माध्यम से NDA सरकार की शासन विफलताओं को उजागर करना चाहते हैं। वहीं कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होने श्रीनगर गए हुए थे। खराब मौसम की वजह से वो वापस नहीं आ पाए।