कृषि कानूनों के खिलाफ पिछले नौ महीने से आंदोलन कर रहे किसानों का समर्थन करते हुए विपक्ष एकजुट हो गया है। शुक्रवार को कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी सहित विपक्ष की पार्टियों के 12 नेताओं ने आंदोलित किसानों द्वारा दिल्ली स्थित जंतर-मंतर पर चलाए जा रहे सांकेतिक किसान संसद में हिस्सा लिया।
जंतर मंतर पहुंचकर विपक्ष ने मोदी सरकार पर बोला हमला
मिली जानकारी के अनुसार, यह सभी विपक्ष के नेता संसद से बस में सवार होकर जंतर-मंतर पहुंचे और किसान संसद चला रहे किसानों का समर्थन किया।
राहुल गांधी ने जंतर मंतर पर कहा कि विपक्ष के नेता किसानों के समर्थन में यहां इकट्ठे हुए हैं और काला कानून का विरोध कर रहे हैं। हम संसद में चर्चा चाहते हैं लेकिन केंद्र सरकार चर्चा नहीं चाहती है। मोदी सरकार सभी भारतीयों का फोन टैप कर रही है।
किसानों का समर्थन करने के लिए पहुंचने वाले नेताओं में राहुल गांधी के अलावा राज्यसभा के नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी, कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, शिवसेना के संजय राउत, राजद के मनोज झा, भाकपा के विनय विश्वम, समाजवादी पार्टी के एसटी हसन और अन्य विपक्षी नेता शामिल थे। विपक्षी दलों के मार्च में आम आदमी पार्टी, टीएमसी और बीएसपी शामिल नहीं हुई।
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आपको बता दें कि अभी बीते दिनों विपक्ष नेताओं ने एक सर्वदलीय बैठक का आयोजन कर केंद्र की सत्तारूढ़ मोदी सरकार के खिलाफ रणनीति बनाई थी। इसी रणनीति के तहत विपक्षी दलों ने जंतर-मंतर जाने का भी फैसला किया था। संसद में जारी मानसून सत्र में विपक्ष पेगासस जासूसी मामला, महंगाई और कृषि कानूनों के मुद्दों पर लगातार हंगामा कर रही है।