कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर जारी किसान आंदोलन को दो महीने से भी ज्यादा का समय बीत चुका है, लेकिन अभी भी इस मामले का कोई निर्णय निकलता नजर नहीं आ रहा है। इसी किसान आंदोलन के बीच में किसान नेता राकेश टिकैत ने बड़ा ऐलान किया है। किसान नेता ने साफ़ लफ्जों में कहा है कि आंदोलन के समयसीमा को लेकर कोई बड़ा फैसला नहीं लिया गया है, इसलिए जबतक सरकार उनकी मांगों को नहीं मानती तबतक यह आंदोलन अनिश्चितकाल तक चलता रहेगा।
किसान नेता ने दिया बयान
किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि किसानों का आंदोलन अनिश्चित काल के लिए तब तक चलेगा, जब तक सरकार उनकी मांगें नहीं मानती। राकेश टिकैत ने कहा कि किसान हर साल 2 अक्टूबर को गाजीपुर बॉर्डर पर विरोध प्रदर्शन करते ही हैं।
राकेश टिकैत ने यह ऐलान अपने उस बयान पर पलटी मारते हुए किया है, जिसकों लेकर किसान संगठनों का गुस्सा फूट पड़ा था। पहले राकेश टिकैत ने ऐलान करते हुए कहा था कि किसान आंदोलन अक्टूबर से पहले ख़त्म नहीं होगा। राकेश टिकैत का यह बयान संयुक्त किसान मोर्चा के नेता गुरनाम सिंह चढ़ूनी को रास नहीं आया था और उन्होंने इसपर ऐतराज जताया था। उन्होंने कहा था कि वो इस बयान से सहमत नहीं हैं।
किसान नेता ने कहा कि 2 अक्टूबर 2018 को गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों के ऊपर आंसू गैस के गोले दागे गए और गोलियां चलाई गईं। उसके बाद से हम हर साल 2 अक्टूबर को गाजीपुर बॉर्डर पर विरोधस्वरूप एक कार्यक्रम करते हैं, जो इस साल भी करेंगे।
वहीं, संसद में कृषि कानूनों पर चर्चा के मुद्दे पर किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि यह अच्छा है कि देश की संसद में किसानों के मुद्दे को उठाया जा रहा है और उसपर चर्चा हो रही है। राकेश टिकैत ने कहा कि जब तक इन कृषि कानूनों की वापसी नहीं होती, किसानों की घर वापसी नहीं होगी।
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आपको बता दें कि इसके पहले राकेश टिकैत ने ऐलान करते हुए कहा था कि किसान आंदोलन अक्टूबर से पहले ख़त्म नहीं होगा। राकेश टिकैत का यह बयान संयुक्त किसान मोर्चा के नेता गुरनाम सिंह चढ़ूनी को रास नहीं आया था और उन्होंने इसपर ऐतराज जताया था। उन्होंने कहा था कि वो इस बयान से सहमत नहीं हैं।