उत्तर प्रदेश के संभल जिले में रविवार को पुलिस ने एक 27 वर्षीय व्यक्ति को गिरफ्तार किया, जो खुद को यूट्यूबर और पत्रकार बता रहा था। उस पर आरोप है कि वह 24 नवंबर को शहर में हुई हिंसा से प्रभावित परिवारों के लिए क्यूआर कोड के जरिए पैसे इकट्ठा कर रहा था।
खुद को पत्रकार बताने वाला व्यक्ति कर रहा था फर्जी आईडी कार्ड का इस्तेमाल
संभल के एसपी कृष्ण कुमार ने कहा कि असीम रजा जैदी ने खुद को पत्रकार बताया। लेकिन हमारी जांच में पता चला कि वह फर्जी आईडी कार्ड का इस्तेमाल कर रहा था। उसके खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। यह पता लगाने के लिए जांच की जा रही है कि उसने किससे पैसे इकट्ठा किए और किन खातों में पैसे भेजे।
एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि कोट गर्वी इलाके का रहने वाला यह व्यक्ति बढ़ा-चढ़ाकर रिपोर्ट करके लोगों को भड़का रहा था। स्थानीय लोगों के अनुसार, जैदी ने अक्टूबर 2019 में अपना यूट्यूब चैनल शुरू किया था और उसके करीब 500 सब्सक्राइबर हैं।
कथित पत्रकार ने यूट्यूब चैनल पर शेयर किये थे 122 वीडियो क्लिप
एक स्थानीय निवासी ने कहा कि अपने यूट्यूब चैनल पर उसने करीब 122 वीडियो क्लिप शेयर किए थे, जिनमें से ज्यादातर सामाजिक कार्यों से संबंधित थे।
कथित पत्रकार को वीडियो साझा करने के लिए फंसाया गया
एक अन्य स्थानीय व्यक्ति ने नाम न बताने की शर्त पर कहा कि जैदी अक्सर जरूरतमंदों के लिए दान मांगते हुए वीडियो साझा करता था। उसने संभल के ग्रामीण इलाकों में चिकित्सा शिविर भी आयोजित किए थे। मुझे नहीं लगता कि उसने कोई धोखाधड़ी की है। उसे एक वीडियो साझा करने के लिए फंसाया गया था जिसमें पुलिसकर्मियों को जनता पर गोलियां चलाते देखा जा सकता था।
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24 नवंबर को शाही जामा मस्जिद के न्यायालय द्वारा आदेशित सर्वेक्षण के दौरान संभल में हुई झड़पों में कम से कम पांच लोगों की मौत हो गई थी और कई पुलिसकर्मी घायल हो गए थे।