अफगानिस्तान में तालिबान का आतंक चरम पर पहुंच गया है। देश के कई हिस्सों में इस चरमपंथी संगठन ने देश के कई हिस्सों में कब्ज़ा कर लिया है। इसी के साथ तालिबान लगातार अपना पैर फैलाता जा रहा है। हालांकि अफगान सेना भी तालिबान के सामने डटकर खड़ी है। तालिबान आतंकियों और अफगान सेना लगातार एक दूसरे पर हमला कर रहे हैं। इसी बीच तालिबान ने अफगान सरकार के सामने युद्धविराम का प्रस्ताव रखा है। हालांकि इसके लिए उन्होंने एक बड़ी शर्त भी रखी है।
अफगान सेना ने कैद किये हैं 7000 तालिबानी
दरअसल, तालिबान ने अफगान सरकार को उनकी जेलों में कैद 7000 तालिबानी कैदियों को रिहा करने के बदले युद्धविराम का प्रस्ताव दिया है। तालिबान के साथ शांति वार्ता करने के लिए बनाई गई अफगानिस्तान की टीम के प्रमुख सदस्य नादेर नादेरी ने कहा है कि यह एक बड़ी मांग है। इसके अलावा तालिबान ने मांग की है कि उनका नाम संयुक्त राष्ट्र की काली सूची से हटा लिया जाए।
यह प्रस्ताव ऐसे समय में दिया गया है कि जब तालिबान धीरे-धीरे अफगानिस्तान पर कब्जा कर रहा है। पाकिस्तान सुरक्षा बलों ने गुरुवार को उन सैकड़ों लोगों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस का इस्तेमाल किया, जिन्होंने अफगानिस्तान में चमन से स्पिन बोल्दक तक सीमा पार करने की कोशिश की थी।
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तालिबान के स्पिन बोल्दक पर कब्जा करने और शहर के ऊपर विद्रोही झंडे फहराने के बाद बुधवार को पाकिस्तानी अधिकारियों ने सीमा को बंद कर दिया था। एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने कहा कि अब स्थिति नियंत्रण में है।