लखनऊ : प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा है कि देश की सीमा पर देश की रक्षा करने वाले जवानो व उनके परिवारों के प्रति सरकार पूरी तरह संवेदनशील है और उनका विशेष ख्याल रखेगी ।उनकी हर समस्या का हर संभव समाधान किया जाएगा। केशव प्रसाद मौर्य आज पुलवामा आतंकवादी हमले में वीरगति को प्राप्त हुए प्रदेश के 13 वीर सपूतों के परिवारों को 22- 22 लाख रुपए की धनराशि आर्थिक सहायता के रूप में प्रदान की। इसमें 11 लाख रुपए की धनराशि शहादत देने वाले जवान की पत्नी को व 11 लाख की धनराशि उनके माता-पिता को दी गई। केशव प्रसाद मौर्य शुक्रवार को विश्वेश्वरैया हाल में (लोक निर्माण विभाग) धनवंतरी सेवा संस्थान व लोक निर्माण विभाग, सेतु निगम तथा राजकीय निर्माण निगम के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित इस कार्यक्रम को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने अपने मार्मिक, भावपूर्ण व सारगर्भित संबोधन में वीर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनके परिवारी जनों के प्रति हार्दिक संवेदना व्यक्त की तथा वीर शहीदों के परिवारों के सदस्यों को साल व फूल -माला भेट कर सम्मानित किया तथा उन्हें दी गई धनराशि के प्रतीकात्मक चेके भी प्रदान की। उन्होंने कहा की वीरों की शहादत की तुलना में हम कुछ नहीं कर सकते, यह धनराशि तो केवल प्रतीकात्मक रूप में दी जा रही है। उन्होंने कहा की इन वीर सपूतों के परिवारों का पूरा ख्याल रखा जाएगा और उनकी जो भी समस्याएं होंगी उनका निदान किया जाएगा। केशव मौर्य ने कहा की बलिदान देने वाले शहीदों के गांव तक जो सड़कें बनवाई जाएंगी, उन सड़कों का नाम उन बलिदानी जवानों के नाम से रखा जाएगा और वहां पर शहीद द्वार भी बनवाए जाएंगे।
उन्होंने ” ए मेरे वतन के लोगों जरा याद करो कुर्बानी” की लाइनों को उद्धत करते हुए उन्होंने कहा कि इन परिवारों खयाल रखने के लिये पूरे समाज का उत्तरदायित्व है और इस उत्तरदायित्व में हम कोई कमी नहीं रहने देंगे ।भारत मजबूती के साथ आगे बढ़ रहा है। इस अवसर पर उन्होंने यह भी कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी शहीदों के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है ।उन्होंने कहा की जवानों के मनोबल में कोई कमी नहीं आने दी जाएगी ।पूरा देश उनके साथ पूरी मुस्तैदी के साथ खड़ा है, जो देश की सीमा पर देश की रक्षा कर रहे हैं। जब हम चैन की नींद सो रहे होते हैं तो वीर जवान पूरी मुश्तैदी से देश की रक्षा कर रहे होते हैं।