दिवंगत पंजाबी गायक सिद्धू मूसे वाला के पिता बलकौर सिंह ने लोकसभा चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया है। पंजाबकांग्रेस नेता प्रताप सिंह बाजवा के साथ बैठक के बाद बलकौर सिंह ने ये फैसला लिया। बलकौर सिंह ने पहले बठिंडा से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में लड़ने का फैसला किया था।
पंजाब कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) के नेता प्रताप सिंह बाजवा सोमवार शाम आधिकारिक उम्मीदवार जीत मोहिंदर सिंह सिद्धू के साथ बलकौर सिंह के घर गए थे। इससे पहले, कांग्रेस ने बलकौर सिंह से उसके टिकट पर चुनाव लड़ने का अनुरोध किया था, लेकिन उन्होंने यह कहते हुए इनकार कर दिया था कि वह पहले अपने बेटे सिद्धू मूसेवाला के लिए न्याय चाहते हैं। बातचीत में पार्टी उनके लिए संसद में आवाज उठाने पर सहमत हुई।
पंजाब में विपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा और कांग्रेस के बठिंडा उम्मीदवार जीत मोहिंदर सिंह सिद्धू की उपस्थिति में एक सभा को संबोधित करते हुए, बलकौर के भाई चमकौर सिंह ने कहा कि परिवार मूसे वाला के लिए शीघ्र न्याय चाहता है।
उन्होंने यह भी घोषणा की कि उनके भाई का चुनाव लड़ने का कोई इरादा नहीं है।
सभा को संबोधित करते हुए बलकौर ने कहा,मैं इस बात से आहत हूं कि मेरी पार्टी न्याय में देरी के लिए पंजाब सरकार और केंद्र सरकार की विफलता पर ध्यान केंद्रित नहीं कर रही है।
बठिंडा से कांग्रेस उम्मीदवार मोहिंदर सिंह सिद्धू सिद्धू ने कहा, ‘मैंने उभरते कलाकार के लिए न्याय का मामला उठाने का आश्वासन दिया था। आप बस मुझे एक मौका दीजिए और मैं इस मुद्दे को उठाऊंगा।” बाजवा ने कहा कि पार्टी का शीर्ष नेतृत्व बलकौर को चुनाव में उतारने का इच्छुक था, लेकिन उन्होंने निजी कारणों से इस प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया।
प्रताप सिंह बाजवा ने कहा कि आलाकमान ने एक साल पहले ही बलकौर को स्पष्ट रूप से अपने इरादे से अवगत करा दिया था। लेकिन उनके चुनाव लड़ने में असमर्थता जताने के बाद पार्टी ने सिद्धू को बठिंडा सीट से मैदान में उतारा।
बठिंडा में शिरोमणि अकाली दल (SAD) ने हरसिमरत कौर बादल को मैदान में उतारा है जो पूर्व केंद्रीय मंत्री हैं. वहीं, कांग्रेस ने जीत मोहिंदर सिद्धू को टिकट दिया है और सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) ने गुरमीत सिंह खुडियन को अपना उम्मीदवार बनाया है। बीजेपी ने सिकंदर सिंह मलूका की बहू परमपाल कौर को मैदान में उतारा है।
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