महाराष्ट्र में जारी सियासी घमासान के बीच शिवसेना नेता और सांसद संजय राउत (Sanjay Raut) ने बड़ा दावा किया है. उन्होंने कहा है कि, मुझे भी गुवाहाटी जाने का प्रस्ताव दिया गया था. लेकिन मैं बालासाहेब ठाकरे का अनुसरण करता हूं इसलिए मैं वहां नहीं गया. जब सच्चाई आपके पक्ष में है, तो डर क्यों है?.
इसके साथ ही ईडी के सामने पेश होने को लेकर संजय राउत (Sanjay Raut) ने बताया कि, इस देश का एक ज़िम्मेदार नागरिक और सांसद होने के नाते मेरा ये कर्तव्य है कि जब देश की कोई भी जांच एजेंसी मुझे बुलाती है तो मैं उनके समक्ष जाकर बयान दूं. मुझे बुलाया गया, लोगों के मन में कुछ शंका है कि ये राजनीतिक दबाव में हुआ है, ऐसी कोई बात नहीं है.
दरअसल, प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने शिवसेना सांसद संजय राउत (Sanjay Raut) को दूसरा समन भेजा था. उन्हें पात्रा चॉल जमीन घोटाला मामले (Patra Chawl scam case) में एक जुलाई को प्रवर्तन निदेशालय (ED) के सामने पेश होने को कहा गया था. संजय राउत मनी लॉन्ड्रिंग मामले में अपना बयान दर्ज कराने के लिए शुक्रवार 1 जुलाई को ईडी के सामने पेश हुए.
मनी लॉन्ड्रिंग मामले में राउत से पूछताछ
बताया जा रहा है कि वहां उनसे करीब 10 घंटे तक पूछताछ की गई. संजय राउत सुबह करीब 11.30 बजे ईडी के दफ्तर के लिए निकले थे और रात करीब 10 बजे उन्हें वहां से निकलते देखा गया. इससे पहले समन जारी होने के बाद राउत का कहना था मैं अब समझ गया हूं कि ईडी ने मुझे समन भेजा है.
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हम सभी बालासाहेब के शिवसैनिक- राउत
शिवसेना नेता और सांसद संजय राउत ने आगे बताया कि हम सभी बालासाहेब के शिवसैनिक (Shiv Sainik) एक बड़ी लड़ाई लड़ रहे हैं. यह साजिश चल रही है. ईडी के सामने पेश होने को लेकर राउत ने कहा कि अधिकारी बहुत अच्छे से मेरे साथ पेश आए. मैंने उन्हें कहा कि अगर आपको लगता है कि मुझे वापस आना चाहिए तो मैं फिर आ जाऊंगा.