कृषि कानूनों को लेकर आंदोलित किसानों का साथ देते हुए विपक्ष लगातार मोदी सरकार पर निशाना साधे हुए है। इसी क्रम में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार ने भी मोदी सरकार को घेरा है। उन्होंने कृषि कानूनों पर उंगली उठाते हुए कहा है कि मोदी सरकार ने यह बिल जल्दबाजी में पारित कराया, इसी वजह से उन्हें समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
शरद पवार ने दी ये चेतावनी
रविवार को मीडिया से बात करते हुए शरद पवार ने कहा कि हरियाणा और पंजाब के किसान मुख्य तौर पर धान और गेहूं का पैदावार करते हैं और वे प्रदर्शन कर रहे हैं। अगर स्थिति जल्द ठीक नहीं हुई तो हम देखेंगे कि देशभर के किसान इस प्रदर्शन में आकर शामिल हो जाएंगे।
शरद पवार ने आगे कहा कि जिस वक्त संसद में बिल पास कराया जा रहा था, हमने सरकार से यह अनुरोध किया था कि उन्हें जल्दबाजी नहीं करनी चाहिए। इसे चयन समिति के पास भेजा जाना चाहिए और चर्चा की आवश्यकता है। लेकिन, ऐसा नहीं हुआ और बिल जल्दबाजी में पास करा दिया गया। अब सरकार इस जल्दबाजी के चलते मुश्किलों का सामना कर रही है।
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आपको बता दें कि राजधानी दिल्ली की सीमाओं पर कृषि कानूनों के खिलाफ कई राज्यों के किसान लामबंद होकर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। इस प्रदर्शन का आज 11वां दिन है। इस दौरान किसान नेताओं और मोदी सरकार के बीच 5 बार बैठक भी हो चुकी है, लेकिन अभी तक इस मसले का कोई हल नहीं निकल सका है। सरकार ने किसान नेताओं के सामने कई बार कानूनों में संशोधन का प्रस्ताव पेश किया है लेकिन किसान इस क़ानून को रद्द किये जाने की मांग को लेकर डंटे हुए हैं।