गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई की वजह से सात पुलिसकर्मी निलंबित, लगा लापरवाही का आरोप

गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के जेल से 2022 के इंटरव्यू को लेकर पंजाब सरकार ने सात पुलिस अधिकारियों को निलंबित कर दिया है। घोर लापरवाही के आरोप में निलंबित किए गए अधिकारियों में दो डिप्टी सुपरिंटेंडेंट रैंक के अधिकारी गुरशेर सिंह और समर वनीत शामिल हैं।

लॉरेंस बिश्नोई का साक्षात्कार वीडियो-कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से किया गया

यह कार्रवाई पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय के निर्देश पर गठित एक विशेष जांच दल द्वारा यह पाये जाने के बाद की गई कि लॉरेंस बिश्नोई का साक्षात्कार वीडियो-कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से किया गया था, जब वह सितंबर 2022 में खरड़ सीआईए की हिरासत में था।

राज्य के गृह सचिव गुरकीरत कृपाल सिंह ने शुक्रवार को निलंबन आदेश पारित किए। निलंबित किए गए अन्य पुलिसकर्मियों में सब-इंस्पेक्टर रीना, सीआईए, खरड़ (एसएएस नगर), सब-इंस्पेक्टर (एलआर) जगतपाल जांगू, एजीटीएफ, सब-इंस्पेक्टर शगनजीत सिंह (तत्कालीन ड्यूटी ऑफिसर) और हेड कांस्टेबल ओम प्रकाश शामिल हैं।

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विशेष जांच दल ने राजस्थान पुलिस के समक्ष साक्ष्य प्रस्तुत किए थे, जिनसे यह सिद्ध होता है कि लॉरेंस बिश्नोई से जयपुर सेंट्रल जेल में पूछताछ की गई थी। हालांकि, बाद में यह सिद्ध हुआ कि यह साक्षात्कार पंजाब की जेल में हुआ था।

मोहाली की एक छात्रा से मारपीट के 13 साल पुराने मामले में लॉरेंस बिश्नोई को शुक्रवार को राहत दे दी गई।