ओलंपिक पहलवान साक्षी मलिक ने भारतीय जनता पार्टी की बबीता फोगाट पर बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने दावा किया है कि भारतीय जनता पार्टी की बबीता फोगाट ही थीं जिन्होंने पहलवानों को बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ विरोध शुरू करने के लिए प्रेरित किया। उनका उद्देश्य भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के अध्यक्ष के रूप में उनका पद हथियाना था। उन्होंने यह आरोप बीते सोमवार को इंडिया टुडे को दिए गए साक्षात्कार के दौरान लगाया।
सोमवार को इंडिया टुडे टीवी के साथ एक साक्षात्कार में साक्षी मलिक ने यह भी दावा किया कि बबीता फोगट ने कई पहलवानों को एक बैठक के लिए इकट्ठा किया था और उनसे छेड़छाड़ के मामलों सहित महासंघ के कथित कदाचार के खिलाफ विरोध करने का आग्रह किया था।
इंडिया टुडे ने साक्षी मलिक के हवाले से कहा कि बबीता फोगाट ने बृजभूषण सिंह के खिलाफ विरोध करने के विचार के साथ हमसे संपर्क किया क्योंकि उनका अपना एजेंडा डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष बनना था।
ओलंपिक पहलवान ने कहा कि ऐसी अफ़वाहें हैं कि कांग्रेस ने हमारे विरोध का समर्थन किया है, लेकिन यह झूठ है। असल में, दो भाजपा नेताओं बबीता फोगट और तीरथ राणा ने हमें हरियाणा में विरोध प्रदर्शन की अनुमति दिलाने में मदद की।
साक्षी मलिक, जिन्होंने हाल ही में अपनी पुस्तक ‘विटनेस’ का विमोचन किया, बृज भूषण सिंह के खिलाफ लंबे समय से चल रहे विरोध के तीन प्रमुख चेहरों में से एक थीं। साक्षी मलिक ने कहा कि उनके विरोध में दरार तब आई जब बजरंग पुनिया और विनेश फोगट के करीबी लोगों ने उनके दिमाग में लालच भरना शुरू कर दिया।
साक्षी मलिक, बजरंग पुनिया और विनेश फोगाट का विरोध
तीनों ने आरोप लगाया था कि भारतीय कुश्ती महासंघ के पूर्व प्रमुख बृज भूषण ने अपने कार्यकाल के दौरान महिला पहलवानों का यौन उत्पीड़न किया। इस मामले की सुनवाई अभी भी दिल्ली की एक अदालत में चल रही है।
इंडिया टुडे को दिए साक्षात्कार में साक्षी मलिक ने बताया कि हालांकि यह विरोध प्रदर्शन पूरी तरह से बबीता फोगट से प्रभावित नहीं था, लेकिन इसकी शुरुआत उनके सुझाव पर की गई थी।
उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं है कि हमने आँख मूंदकर उनका अनुसरण किया, लेकिन हम जानते थे कि महासंघ के भीतर यौन उत्पीड़न और छेड़छाड़ जैसे गंभीर मुद्दे थे। हमारा मानना था कि एक महिला के नेतृत्व में, खासकर बबीता फोगट जैसी महिला के, जो एक खिलाड़ी भी हैं, सकारात्मक बदलाव लाएगी। हमें भरोसा था कि वह हमारे संघर्षों को समझेंगी। लेकिन हमने कभी नहीं सोचा था कि वह हमारे साथ इतना बड़ा खेल खेलेंगी।
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विनेश और बजरंग दोनों ही इस महीने की शुरुआत में हरियाणा विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस पार्टी में शामिल हुए थे। विनेश ने जुलाना विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा और जीत हासिल की, जबकि बजरंग को पार्टी की राष्ट्रीय किसान इकाई का प्रमुख बनाया गया।