ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेली जा रही टेस्ट सीरीज के दौरान रोहित शर्मा रन बनाने के लिए काफी संघर्ष कर रहे हैं। मेलबर्न में चल रहे टेस्ट मैच में भी उनकी परेशानी खत्म नहीं हुई। वह पांच गेंदों में केवल तीन रन बना सके और खराब शॉट खेलकर पैट कमिंस की गेंद पर आउट हो गए। ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 474 रन बनाए।
रोहित शर्मा ने 14 पारियों में लगाया सिर्फ एक अर्धशतक
अपनी हालिया विफलता के साथ, भारतीय कप्तान ने एक नया निचला स्तर छू लिया है। उन्होंने 2024-25 सत्र में 14 टेस्ट पारियों में 11.07 की मामूली औसत से केवल 155 रन बनाए हैं, जिसमें उनके नाम एक अर्धशतक शामिल है। खेल के सबसे लंबे प्रारूप में 10 या उससे अधिक पारियों वाले किसी भारतीय खिलाड़ी का यह एक सत्र में दूसरा सबसे खराब औसत है।
इस सूची में चंदू सरवटे का रिकॉर्ड 76 साल बाद भी बरकरार है। 1947-48 के सत्र में उन्होंने 10 पारियों में केवल 10 की औसत से 100 रन बनाए थे, जिसमें दो बार शून्य पर आउट होना भी शामिल था। उसके बाद से रोहित एक सत्र में इतने खराब औसत वाले पहले भारतीय बल्लेबाज हैं।
अभी तीन और पारियाँ बाकी हैं, ऐसे में भारतीय कप्तान इस लय से बाहर निकलकर भारत को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मौजूदा टेस्ट सीरीज़ जीतने या बराबर करने में मदद करने के लिए बेताब होंगे।
बांग्लादेश और न्यूजीलैंड के खिलाफ भी विफल रहे थे रोहित शर्मा
रोहित शर्मा बांग्लादेश और न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू सीरीज में भी बेहद खराब प्रदर्शन कर चुके हैं और उनका खराब फॉर्म ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज में भी जारी है।
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बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में अब तक उनका प्रदर्शन और भी खराब रहा है, जहां उन्होंने चार पारियों में 5.5 की औसत से सिर्फ 22 रन बनाए हैं। मेलबर्न टेस्ट की दूसरी पारी और सिडनी में होने वाला आगामी न्यू ईयर टेस्ट शायद 37 वर्षीय खिलाड़ी के लिए फॉर्म में वापसी का आखिरी मौका है।