बेगूसराय। नीति आयोग द्वारा चयनित बेगूसराय जिले में आकांक्षी जिला अभियान के तहत कार्रवाई तीव्र गति से चल रही है। इसी कड़ी में शुक्रवार को डीएम अरविन्द कुमार वर्मा की अध्यक्षता में आकांक्षी जिले से संबंधित विभिन्न कार्यक्रमों की समीक्षा की गई।
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बैठक में स्वास्थ्य विभाग, आईसीडीएस, शिक्षा, कृषि, पंचायती राज, अवसंरचनागत विकास आदि से संबंधित निर्धारित इंडिकेटर्स पर जिले की अध्यतन स्थिति की समीक्षा की गई। इस अवसर पर प्रभारी सीएस डॉ. आनंद शर्मा, पंचायती राज पदाधिकारी मंजू प्रसाद, डीईओ रजनीकांत प्रवीण, डीएओ शैलेश कुमार, डीपीआरओ भुवन कुमार, डीपीओ (आईसीडीएस) रचना सिन्हा समेत अन्य संबंधित पदाधिकारी एवं कर्मी मौजूद थे।
बैठक में डीएम ने इंडिकेटर्स के तहत निर्धीरित लक्ष्यों को प्राप्त करते हुए ससमय रिपोर्टिंग करना सुनिश्चित करने का निर्देश दिया, जिससे जिले के रैंकिंग में आवश्यक सुधार हो। विशेष रूप से स्वास्थ्य विभाग एवं आईसीडीएस से संबद्ध इंडिकेटर्स की समीक्षा करते हुए डीएम ने संस्थागत प्रसव में वृद्धि के साथ-साथ जच्चा-बच्चा स्वास्थ्य कार्ड एवं ओआरएस तथा जिंक का लक्षित समूह तक शत-प्रतिशत वितरण करने को कहा है।
इसके साथ ही ओआरएस तथा जिंक के वितरण का व्यापक अनुश्रवण करने तथा किसी प्रकार की लापरवाही की स्थिति में जिम्मेदार कर्मियों पर कार्रवाई करने का भी निर्देश दिया। उन्होंने आशा एवं एएनएम की बैठकों के माध्यम से गर्भवती महिलाओं के वास्तविक आंकड़ों की समीक्षा करने तथा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर निर्धारित तिथियों को होने वाली बैठक को गंभीरता से आयोजित करने तथा जिला स्तरीय पदाधिकारियों को क्षेत्र भ्रमण कर ऐसे बैठकों का अनुश्रवण करने का निर्देश दिया।
बैठक के दौरान स्वास्थ्य अवसंरचनाओं एवं कोविड-19 टीकाकरण के संबंध में भी पृच्छा की गई तथा आवश्यक निर्देश दिए गए। डीएम ने शिक्षा विभाग से जुड़े अवसंरचनात्मक स्थितियों की समीक्षा करते हुए जिला शिक्षा पदाधिकारी को जर्जर स्कूलों की सूची तैयार कर उपलब्ध कराने का निर्देश दिया, ताकि अग्रेत्तर कार्रवाई शुरू की जा सके। इसी क्रम में कृषि विभाग के तहत मृदा स्वास्थ्य कार्ड के निर्धारित लक्ष्य आठ हजार के विरूद्ध मात्र 3969 उपलब्धि को कमतर बताते हुए वृद्धि के लिए आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश दिया।