कृषि कानूनों के खिलाफ जारी किसान आंदोलन को अपना समर्थन देते हुए राहुल गांधी केंद्र सरकार के खिलाफ लगातार हमलावर रुख अख्तियार किये हुए हैं। वे सोशल मीडिया के माध्यम से केंद्र सरकार के खिलाफ एक के बाद एक ट्वीट कर रहे हैं। इसी क्रम में राहुल गांधी ने शुक्रवार को एक बार फिर ट्विटर बम फोड़ते हुए कृषि कानूनों को को वापस लेने की मांग की है।
राहुल गांधी ने ट्वीट कर मोदी सरकार पर हमला
दरअसल, राहुल गांधी ने ट्वीट किया है कि अन्नदाता का शांतिपूर्ण सत्याग्रह देशहित में है- ये तीन क़ानून सिर्फ़ किसान-मज़दूर के लिए ही नहीं, जनता व देश के लिए भी घातक हैं। पूर्ण समर्थन!
इसके पहले राहुल गांधी ने इससे पहले कहा था कि सरकार को किसानों की बात सुननी चाहिए कि उनकी बात सुने। राहुल का कहना है कि सरकार डरा धमका कर आंदोलन खत्म करना चाहती है जो कि सही तरीका नहीं है।
बीते बुधवार को भी राहुल गांधी ने कृषि कानूनों को लेकर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से मोदी सरकार को आड़े हाथों लिया था। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा था कि चीन को लेकर सरकार का रुख साफ नहीं है। चीन भारत की ज़मीन ले जाता है और आप संदेश क्या देते हो कि हम बजट नहीं बढ़ाएंगे। हम अपनी सेना को नहीं सपोर्ट करेंगे क्या? ये कौन सी देशभक्ति है? सर्दी में सेना सरहद पर खड़ी है और आप उनको पैसा नहीं दे रहे हो।
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राहुल गांधी ने कहा कि सरकार को आम आदमी के हाथ में पैसे देना चाहिए। किसान आंदोलन के मसले पर कांग्रेस नेता ने कहा कि सरकार को जल्द समाधान निकालने की जरूरत है। किसान देश की रीढ़ की हड्डी है और सरकार उन पर अत्याचार कर रही है।