उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की करारी हार पर मंथन करने के लिए आज पार्टी की यूपी प्रभारी और महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने एक मीटिंग बुलाई है। इसमें उन कारणों पर विचार विमर्श किया जाएगा जिसकी वजह से मेहनत करने के बाद भी पार्टी की इतनी बुरी हार हुई है। इस बैठक में प्रदेश में पार्टी के वरिष्ठ नेता हिस्सा लेंगे। आपको बता दें कि प्रियंका गांधी ने इस चुनावी समर के दौरान सबसे अधिक रैलियां, रोड़ शो किए थे। इसके बाद में यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ का नंबर था।
माना जा रहा है कि इस बैठक में कुछ बड़ी बातें सामने निकलकर आ सकती हैं। इससे पहले कांग्रेस में राष्ट्रीय स्तर पर की बैठक में भी इस बारे में चर्चा हुई थी। ये बैठक पार्टी की अध्यक्ष सेानिया गांधी ने अपने आवास पर बुलाई थी। आपको बता दें कि कांग्रेस को इस चुनाव में महज दो सीट ही मिली हैं। वहीं कुछ छोटी पार्टियां सीटों के मामले में कांग्रेस से आगे निकल गई हैं। इस चुनाव में कांग्रेस के करीब 387 प्रत्याशियों की जमानत तक जब्त हो गई। इस मामले में कांग्रेस पहले नंबर पर रही है।
प्रियंका गांधी की ही बात करें तो उनका सक्रिय राजनीति में काफी देर से आना हुआ है। हालांकि वर्ष 2004 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने रायबरेली और अमेठी में अपनी मां और भाई राहुल गांधी के समर्थन में प्रचार का जिम्मा संभाला था। इसके बाद के विधानसभा चुनावों में भी प्रियंका ने इन दोनों क्षेत्रों से अपनी पार्टी को जिताने के लिए काम किया था।
23 जनवरी 2019 को प्रियंका ने आधिकारिक रूप से राजनीति में कदम रखा था और उन्हें कांग्रेस में महासचिव की जिम्मेदारी दी गई थी। साथ ही प्रियंका को पूर्वी उत्तर प्रदेश का जिम्मा भी दिया गया था। 11 सितंबर 2020 को उन्हें पूरे प्रदेश की जिम्मेदारी दी गई। अक्टूबर 2021 में प्रियंका को उस वक्त यूपी पुलिस ने हिरासत में ले लिया था जब वो पुलिस हिरासत में मारे गए व्यक्ति के परिजनों से मिलने आगरा जा रही थीं। 23 अक्टूबर 2021 को कांग्रेस की तरफ से प्रियंका ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए अपना अभियान बाराबंकी से शुरू किया था।