कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कोरोना वायरस संक्रमण की भयावहता के बीच हुई मौतों के लिए केंद्र की मोदी सरकार की असफलताओं को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने कहा है कि सरकार भले कहे की ऑक्सीजन की कमी से एक भी मौत नहीं हुई लेकिन सच्चाई यही है कि सरकारी अव्यवस्था और निष्क्रियता से लोगों की जानें गईं।
प्रियंका गांधी वाड्रा ने स्वास्थय मंत्रालय पर लगाए आरोप
राज्यसभा में बीते दिन केंद्र सरकार द्वारा यह कहे जाने कि ऑक्सीजन की कमी से कोई मौत नहीं हुई कि प्रियंका गांधी ने जमकर आलोचना की। उन्होंने ट्विटर पर मोदी सरकार और स्वास्थ्य मंत्रालय को घेरते हुए कहा कि मौतें इसलिए हुईं क्योंकि महामारी वाले साल में सरकार ने ऑक्सीजन निर्यात 700 प्रतिशत तक बढ़ा दिया। लोगों की जानें इसलिए गईं क्योंकि सरकार ने ऑक्सीजन ट्रांसपोर्ट करने वाले टैंकरों की व्यवस्था नहीं की।
उन्होंने अपने ट्वीट में आगे लिखा कि यही नहीं एंपावर्ड ग्रुप और संसदीय समिति की सलाह को नजरंदाज कर ऑक्सीजन उपलब्ध कराने का कोई इंतजाम नहीं किया गया। महामारी के बीच आलम ऐसा भी रहा कि मरीज ऑक्सीजन के लिए तड़पते रहे लेकिन सरकार मूकदर्शक बनी रही। उनकी ओर से अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लांट लगाने में कोई सक्रियता नहीं दिखाई गई।
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कांग्रेस नेता ने कहा कि भाजपा सरकार कोरोना के खिलाफ लड़ाई में विफल हो चुकी है, सरकार को इसकी जिम्मेदारी लेनी चाहिए। जहां कोरोना की पहली लहर में देश की अर्थव्यवस्था बर्बाद हुई, फिर दूसरी लहर में अस्पतालों में बेड्स-वेंटिलेटर्स की भारी कमी और ऑक्सीजन की किल्लत थी। इसके बावजूद सरकार के मंत्री और नेता कोरोना से विजयी होने की बात कह रहे हैं। मतलब साफ है कि तीसरी लहर के लिए भी सरकार की कोई योजना नहीं है और न ही कोई तैयारी है।