नई दिल्ली। राजमाता विजयाराजे सिंधिया के जन्म शताब्दी समारोह का समापन आज 12 अक्टूबर को उनकी जयंती के अवसर पर हुआ।

इसका मुख्य कार्यक्रम नई दिल्ली में आयोजित किया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहां विजयाराजे सिंधिया की स्मृति में 100 रुपये का सिस्का जारी किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं खुद को आज को बंधा हुआ महसूस कर रहा हूं क्योंकि मैं जानता हूं अगर कोरोना महामारी नहीं होती तो आज इस कार्यक्रम का स्वरूप कितना भव्य होता। यह कार्यक्रम भव्य नहीं लेकिन दिव्य जरूर है। उन्होंने कहा कि राजमाता वात्सल्यू मूर्ति ही नहीं निर्णायक नेता और कुशल प्रशासक भी थीं। विदेशी वस्त्रों की होली जलाने से लेकर राम मंदिर आंदोलन के अनुभवों का विस्तार रहा। हम सब उनके करीबी रहे हैं। राजमाता की जीवन यात्रा व जीवन संदेश आज की पीढ़ी भी जाने। साधारण व्यक्ति जिनके अंदर देश सेवा की भावना है वह इस लोकतंत्र में सात्ता को भी सेवा का माध्यम बना सकता है। राजमाता के संस्कार, सेवा, स्नेह की सरिता का आदर्श उनके जीवन के हर कदम पर हम देख सकते हैं।
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