- 18वीं लोकसभा के पहले सत्र में पीएम नरेंद्र मोदी ने सांसद पद की शपथ ली
- केंद्र में नवनियुक्त मंत्रियों और नवनिर्वाचित सांसद पद की शपथ लिए
- हालांकि, आगामी 26 और 27 जून को संसद का विशेष सत्र बुलाया गया है
- इंडिया गठबंधन के नेताओं ने सत्र से पहले किया विरोध प्रदर्शन
नई दिल्ली । सोमवार से शुरू हुए 18वीं लोकसभा के पहले सत्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सांसद पद की शपथ ली। इसके साथ पहले सत्र की पहली बैठक शुरू हो चुकी है। वहीं, बाकी सांसदों के शपथ लेने का सिलसिला जारी है। इससे पहले पीएम मोदी रा संबोधन हुआ। तभी अपने दिए भाषण में पीएम मोदी ने कहा कि आज वैभव का दिन है। साथ ही पीएम मोदी ने नए सांसदों का स्वागत भी किया और कहा कि देश चलाने के लिए सहमति जरूरी है।
18वीं लोकसभा के पहले सत्र में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भाजपा सांसद भर्तृहरि महताब को प्रोटेम स्पीकर की शपथ दिलाई। फिर, 18वीं लोकसभा के पहले सत्र से पहले पीएम मोदी का संबोधन हुआ। इस संबोधन में पीएम मोदी ने नई सरकार और विपक्ष की भूमिका पर बात की। बताते चले कि आज से शुरू हुए संसद का सत्र 3 जुलाई, 2024 तक चलने वाला है।
18वीं लोकसभा के पहले सत्र की शुरुआत होने से पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने मीडिया को संबोधित किया। इसके साथ ही उन्होंने कहा, “संसदीय लोकतंत्र में यह एक गौरवशाली दिन है। आजादी के बाद पहली बार हमारे अपने नए संसद भवन में शपथ ग्रहण समारोह हो रहा है। ये पुराने संसद भवन में होता था। इस महत्वपूर्ण दिन पर, मैं सभी नवनिर्वाचित सांसदों का हार्दिक स्वागत करता हूं, उन्हें बधाई और शुभकामनाएं देता हूं।
पीएम नरेंद्र मोदी के अलावा 18वीं लोकसभा में मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और अब केंद्र सरकार में कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी सांसद पद की शपथ ली।एनडीए गठबंधन की साथी पार्टी यानी तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) के सदस्य और वर्तमान में केंद्र उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू ने 18वीं लोकसभा में सांसद पद की शपथ ली।
दो दिवसीय शपथ ग्रहण समारोह के बाद, जून में लोकसभा अध्यक्ष का चुनाव होना है। वहीं, 26 और 27 जून को होने जा रहे संयुक्त संसद सत्र को संबोधित करेंगी। गौरतलब है कि लोकसभा में विपक्ष का नेता दस साल में पहली बार चुना जाएगा।
दूसरी तरफ इंडिया गठबंधन के नेताओं ने संसद परिसर में संविधान की प्रति लेकर विरोध प्रदर्शन किया। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा,संविधान को बचाने के लिए हमने जो कोशिश की थी उसमें जनता हमारे साथ है, लेकिन मोदी जी ने संविधान को तोड़ने की कोशिश की। इसलिए आज हम यहां एकत्रित होकर विरोध कर रहे हैं। यहां पर गांधी जी की प्रतिमा थी और हम यहीं पर विरोध कर रहे हैं। हर लोकतांत्रिक नियमों को तोड़ा जा रहा है इसलिए हम बता रहे हैं कि मोदी जी आज संविधान के तहत चलिए।