प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एक दिन में 2.5 करोड़ से अधिक लोगों के टीकाकरण को भारत के सामर्थ्य का परिचायक बताते हुए कहा कि समृद्ध और शक्तिशाली माने जाने वाले देश भी ऐसा नहीं कर सके हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा- अभी तक जन्मदिन बहुत आए, बहुत गए…
प्रधानमंत्री मोदी शनिवार को गोवा में व्यस्क आबादी के लिए 100 प्रतिशत पहली खुराक का कवरेज पूरा होने पर वर्चुअल माध्यम से स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं और कोविड टीकाकरण कार्यक्रम के लाभार्थियों के साथ बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि गोवा के वैक्सीन अपव्यय रोकथाम मॉडल से देश के अन्य हिस्सों को मदद मिलेगी।
प्रधानमंत्री ने कहा कि देश में कल हुए रिकार्ड टीकाकरण ने उनके जन्मदिन को खास बना दिया। उन्होंने कहा कि जन्मदिन तो बहुत आए और बहुत गए, लेकिन मैं मन से हमेशा इन चीजों से अलिप्त रहा हूं। इन चीजों से मैं दूर रहा हूं, लेकिन मेरी इतनी आयु में कल का दिन मेरे लिए बहुत भावुक कर देने वाला था।’’ उन्होंने टीकाकरण का सफल बनाने के लिए देश के सभी डॉक्टरों, चिकित्सा कर्मचारियों और टीकाकरण से जुड़े लोगों की सराहना करते हुए कहा कि हर किसी ने इसमें बहुत सहयोग किया है। लोगों ने इसे सेवा से जोड़ा। उनके करुणा और कर्तव्य भाव की बदौलत ही ढाई करोड़ वैक्सीन डोज लगाई जा सकी।
उन्होंने कहा कि कल कोविन डैशबोर्ड पर सबकी निगाहें अटकी हुई थीं। प्रति घंटे 15 लाख से अधिक टीके की खुराक दी गई, 36,000 से अधिक खुराक हर मिनट दी गईं और 425 से अधिक लोगों को हर सेकंड में टीका लगाया गया। प्रधानमंत्री ने वैक्सीन के साइड इफेक्ट के रूप में बुखार की चर्चा करते हुए विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि कल उनके जन्मदिन पर 2.5 करोड़ वैक्सीन लगने के बाद एक राजनीतिक दल को बुखार आ गया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत ने अपने टीकाकरण प्रयासों में पर्यटन स्थलों को प्राथमिकता दी है, हालांकि इस बारे में पहले बात नहीं की गई थी। उन्होंने कहा कि हमारे पर्यटन स्थलों को खोलना जरूरी था। केंद्र सरकार ने भी हाल ही में विदेशी पर्यटकों को प्रोत्साहित करने के लिए कई कदम उठाए हैं। प्रधानमंत्री ने बताया कि भारत आने वाले 5 लाख पर्यटकों को मुफ्त वीजा देने, पर्यटन क्षेत्र के हितधारकों को सरकारी गारंटी के साथ 10 लाख तक का ऋण और पंजीकृत पर्यटक गाइडों के लिए एक लाख तक का ऋण देने का निर्णय लिया गया है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि ‘डबल इंजन सरकार’ गोवा पर्यटन क्षेत्र को और अधिक आकर्षक बनाने और राज्य के किसानों और मछुआरों को अधिक सुविधाएं देने के प्रयासों को बल दे रही है। मोपा ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट और 12 हजार करोड़ के आवंटन से 6 लेन हाईवे, उत्तर और दक्षिण गोवा को जोड़ने वाले जुआरी पुल का उद्घाटन कुछ ही महीनों में राज्य में कनेक्टिविटी बढ़ाएंगे।
उन्होंने कहा कि अब उत्तराखंड में भी चारधाम यात्रा संभव हो पाएगी। इन सब प्रयासों के बीच गोवा में 100 प्रतिशत टीकाकरण होना बहुत खास हो जाता है। पर्यटन क्षेत्र को रिवाइव करने में गोवा की भूमिका बहुत अहम है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार ने भी हाल में विदेशी पर्यटकों को प्रोत्साहित करने के लिए अनेक कदम उठाए हैं। उन्होंने कहा कि भारत आने वाले 5 लाख पर्यटकों को मुफ्त वीजा देने का फैसला किया गया है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज देश के पास देश में बनी वैक्सीन है। उन्होंने कहा कि वैक्सीनेशन में लॉजिस्टिक्स सपोर्ट की बहुत बड़ी भूमिका है। एक करोड़ लोगों तक वैक्सीन को पहुंचाना बहुत ही कठिन और बड़ा कार्य है। उन्होंने कहा कि वैक्सीन की आपूर्ति के तरीके से आम नागरिकों को भी परिचित कराना चाहिए।
प्रधानमंत्री ने मनोहर पर्रिकर को याद करते हुए कहा कि गोवा के विकास की जो विरासत स्व. मनोहर पर्रिकर ने छोड़ी थी, उसे डॉ प्रमोद और उनकी टीम पूरी लगन के साथ आगे बढ़ा रही है। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ महीनों में गोवा ने सीएम प्रमोद सावंत के नेतृत्व में भारी वर्षा, चक्रवात और बाढ़ के खिलाफ बहादुरी से लड़ाई लड़ी है।
अपने संबोधन से पूर्व बातचीत के दौरान प्रधानमंत्री ने गोवा मेडिकल कॉलेज में व्याख्याता डॉ नितिन से पूछा कि उन्होंने लोगों को कोविड रोधी टीके लगवाने के लिए कैसे राजी किया। प्रधानमंत्री ने कोविड कार्यकर्ता नजीर शेख से पूछा कि उन्होंने दूसरों को टीकाकरण केंद्रों तक ले जाने में आने वाली कठिनाइयों के बारे में पूछा।
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स्वीमा फर्नांडीस के साथ बातचीत करते हुए प्रधानमंत्री ने पूछा कि जब लोग टीकाकरण के लिए उनके पास आए तो उन्होंने क्या पूछताछ की। उन्होंने कोल्ड चेन बनाए रखने के चरणों के बारे में बताया। उन्होंने यह भी पूछा कि वे टीकों के लिए कोल्ड चेन कैसे बनाए रखते हैं। उन्होंने टीकों के शून्य अपव्यय को प्राप्त करने के लिए उनके द्वारा उठाए गए कदमों के बारे में पूछताछ की। प्रधानमंत्री ने पारिवारिक प्रतिबद्धताओं के बावजूद अपने कर्तव्यों को निभाने के लिए उनकी प्रशंसा की और कोरोना योद्धाओं के सभी परिवारों को उनके प्रयासों के लिए धन्यवाद दिया।