कांग्रेस से डील बिगड़ने के बाद राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर (Prashant Kishore) अब सक्रिय राजनीति में आने वाले हैं। इसको लेकर उन्होंने ट्वीट कर संकेत दिया है। उन्होंने जानकारी दी है कि वे बिहार का दौरा करेंगे। प्रशांत किशोर ने ये ऐलान किया है कि वे जन सुराज के जरिए राज्य के युवाओं और गैर राजनीतिक लोगों से मुलाकात करेंगे और नई राजनीतिक व्यवस्था तैयार करेंगे। इसके साथ ही उन्होंने लिखा है कि जनता के बीच जाने का वक्त आ गया है। कयास ये भी लगाए जा रहे हैं कि पीके जल्द ही अपनी पार्टी लॉन्च करने वाले हैं। खबर के मुताबिक रविवार को पटना पहुंचे प्रशांत किशोर जल्द ही अपने पॉलिटिकल प्लान की पूरी रूप रेखा का खुलासा कर सकते हैं।

प्रशांत किशोर बीजेपी, जदयू और कांग्रेस के लिए पहले काम कर चुके हैं। पश्चिम बंगाल के विधानसभा चुनाव में पीके ने ममता बनर्जी की पार्टी की लिए काम किया था। इस चुनाव में तृणमूल कांग्रेस को जीत मिली थी। प्रशांत किशोर बिहार में पहले भी जेडीयू के लिए काम कर चुके हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पीके को कैबिनेट मंत्री का दर्जा भी दिया था। लेकिन बाद में पीके के बयानों से जेडीयू से उनकी दूरी बढ़ती गई और प्रशांत किशोर को जदयू से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया। लेकिन एक बार फिर से पीके बिहार से अपनी राजनीतिक पारी की शुरूआत करने जा रहे हैं।
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बक्सर के रहने वाले हैं पीके
प्रशांत किशोर का जन्म 1977 में बिहार के बक्सर में हुआ था। पीके के पिता सरकारी चिकित्सक थे। जबकि उनकी मां यूपी के बलिया की रहने वाली हैं। पीके की पत्नी का नाम जाह्नवी दास हो जो गुवाहाटी की रहने वाली हैं और पेशे से डाक्टर हैं। प्रशांत किशोर का नाम 2014 में राजनीतिक गलियारे में तेजी से उभरा। 2104 में बीजेपी के लिए चुनावी रणनीति बनाने में पीके का भी अहम योगदान माना जाता है।
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