बांग्लादेश में मंदिरों और दुर्गा पूजा पंडालों पर हमलों को लेकर प्रधानमंत्री शेख हसीना की हमलावरों को दी गई चेतावनी का कोई असर नहीं हुआ है। अब नोआखाली जिले के इस्कॉन मंदिर में तोड़फोड़ का मामला सामने आया है। असामाजिक तत्वों ने इस्कॉन मंदिर प्रबंधन से जुड़े पार्थ दास की हत्या कर दी। इस्कॉन ने एक बयान में बताया कि पार्थ का शव शनिवार की सुबह मंदिर के पास तालाब में पाया गया।
शेख हसीना ने दी थी कड़ी चेतावनी
इस्कॉन के संचार विभाग के निदेशक वी. राजेन्द्र नंदन दास ने बताया कि हमला करने वाले लोग बहुसंख्यक समुदाय (मुस्लिम) के थे। इस दौरान तीन श्रद्धालुओं की मौत हो गई। भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए बांग्लादेश सरकार को कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक 25 वर्षीय पार्थ दास शुक्रवार से ही लापता थे और शनिवार की सुबह उनका शव मंदिर के पास तालाब में पाया गया। उन्हें बुरी तरह से पीटा गया था। बताया जा रहा है कि यह हमला शुक्रवार शाम को किया गया। इस हमले में इस्कॉन मंदिर को काफी नुकसान पहुंचा है।
एक दिन पहले, प्रधानमंत्री शेख हसीना ने देश में सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश करने वालों को कड़ी चेतावनी दी थी। उन्होंने वादा किया था कि मंदिरों और दुर्गा पूजा पंडालों पर हमला करने वाले बख्शे नहीं जाएंगे। वो चाहे किसी भी जाति या धर्म के हों, उनको कड़ी से कड़ी सजा दी जाएगी।
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उल्लेखनीय है कि बुधवार को चांदपुर डिवीजन और अन्य इलाकों के मंदिरों एवं दुर्गा पूजा पंडालों पर हमले के बाद बांग्लादेश सरकार ने विभिन्न मंदिरों की सुरक्षा कड़ी कर दी। प्रधानमंत्री शेख हसीना के निर्देश पर 22 जिलों में प्रमुख हिंदू तीर्थ स्थलों पर अर्धसैनिक बलों की तैनाती की गई है।