प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बीते शुक्रवार को दो दिवसे दौरे पर बांग्लादेश पहुंचे थे। यहां उन्होंने अपने दौरे के दूसरे दिन यानि कि शनिवार को बांग्लादेश के जेशोरेश्वरी काली मंदिर का दौरा किया। श्यामनगर गांव स्थित काली माता का मंदिर हिन्दुओं का प्रमुख मंदिर है। यह 51 शक्तिपीठों में से एक है, जो पूरे भारत और पड़ोसी देशों में बिखरा हुआ है। इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मोरकंडी मंदिर और गोपालगंज जिले के टुंगीपारा स्थित शेख मुजीबुर्ररहमान की समाधि का भी दौरा किया।
मोदी ने पूजा अर्चना के बाद दिया बयान
जेशोरेश्वरी काली मंदिर में पीएम मोदी ने मां काली को मुकुट पहनाया, उनके चरणों में साड़ी भेंट की। इसके बाद मंत्रोच्चार के साथ पूजा-अर्चना की। इसके बाद पीएम मोदी ने कहा कि आज मुझे 51 शक्तिपीठों में से एक मां काली के चरणों में आने का सौभाग्य मिला। मेरी कोशिश रहती है कि मौका मिले तो 51 शक्तिपीठों में कभी ना कभी जाकर अपना मत्था टेकूं।
उन्होंने बताया कि साल 2015 में वह जब बांग्लादेश आए थे तो उन्हें मां ढाकेश्वरी के चरणों में शीश झुकाने का अवसर मिला था और आज मां काली के चरणों में आशीर्वाद प्राप्त करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। आज मानव जाति कोरोना के कारण अनेक संकटों से गुजर रही है। मां से यही प्रार्थना है कि पूरी मानव जाति को कोरोना के इस संकट से जल्द से जल्द मुक्ति दिलाएं।
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प्रधानमंत्री मोदी अपने बांग्लादेशी समकक्ष शेख हसीना के साथ मुलाकात करेंगे। उनके बीच कुछ प्रमुख संधियों पर हस्ताक्षर होने की संभावना है। इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बांग्लादेश के राष्ट्रपति अब्दुल हामिद के साथ बातचीत करेंगे।