प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने शुक्रवार को व्हाइट हाउस में पहली द्विपक्षीय बैठक की। इस दौरान पीएम मोदी ने राष्ट्रपति बाइडेन का आभार जताया। उन्होंने कहा, ‘मेरा और मेरे प्रतिनिधिमंडल का गर्मजोशी से स्वागत करने के लिए मैं आपको धन्यवाद देता हूं। इससे पहले भी हमें चर्चा करने का अवसर मिला था और उस समय आपने भारत-अमेरिका द्विपक्षीय संबंधों के लिए अपना दृष्टिकोण रखा था। आज, आप भारत-अमेरिका संबंधों के लिए अपने विजन को लागू करने की पहल कर रहे हैं।’
जो बाइडेन ने कहा, ‘मुझे लंबे समय से विश्वास था कि अमेरिका-भारत संबंध हमें कई वैश्विक चुनौतियों का समाधान करने में मदद कर सकते हैं। वास्तव में 2006 में जब मैं उपराष्ट्रपति था, मैंने कहा था कि 2020 तक भारत और अमेरिका दुनिया के सबसे करीबी देश होंगे।’ बैठक के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ‘मैं देख रहा हूं कि इस दशक में आपके नेतृत्व में हम जो बीज बोएंगे, वो भारत-अमेरिका के साथ-साथ पूरे विश्व के लोकतांत्रिक देशों के लिए बहुत ही ट्रांसफॉर्मेटरी रहेगा। भारत और अमेरिका के संबंधों में मैं ट्रांसफॉर्मेटरी देख रहा हूं, मैं देख रहा हूं कि लोकतांत्रिक परंपराओं और मूल्यों के लिए हम समर्पित हैं, वो ट्रेडिशन, उसका महत्व और बढ़ेगा।’
पीएम मोदी ने बाइडेन की तारीफ की
पीएम मोदी ने बैठक के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति की सराहना की। उन्होंने कहा, ‘आपने पदभार संभालने का बाद कोविड हो, जलवायु परिवर्तन हो या क्वाड हो, हर क्षेत्र में एक अनोखी पहल की है। जो आने वाले दिनों में बहुत बड़ा प्रभाव पैदा करेगा। मुझे विश्वास है कि आज की हमारी बातचीत में भी इन सभी मुद्दों पर हम विस्तार से विचार विमर्श कर सकते हैं। हम कैसे साथ चल सकते हैं, दुनिया के लिए भी हम क्या अच्छा कर सकते हैं, इसपर हम आज सार्थक चर्चा करेंगे।’
बैठक में महात्मा गांधी का जिक्र
पीएम मोदी ने कहा, ‘राष्ट्रपति जो बाइडेन ने गांधी जी की जयंती का जिक्र किया। गांधी जी ने ट्रस्टीशिप के बारे में बात की थी, यानी वो अवधारणा जो आने वाले समय में हमारे ग्रह के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। ये दशक उस ट्रस्टीशिप के लिए भी बहुत महत्वपूर्ण है, महात्मा गांधी हमेशा इस बात की वकालत करते थे कि इस ग्रह के हम ट्रस्टी हैं। ये ट्रस्टीशिप की भावना भी भारत और अमेरिका के बीच के संबंधों में बहुत अहमियत रखेगी’।
व्यापार और प्रौद्योगिकी पर हुई चर्चा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति जो बाइडेन के साथ व्यापार के मुद्दे पर भी बात की। उन्होंने कहा, ‘भारत और अमेरिका के बीच व्यापार का अपना महत्व है। इस दशक में व्यापार के क्षेत्र में भी हम एक दूसरे को काफी मदद कर सकते हैं। बहुत सी चीजें हैं जो अमेरिका के पास हैं जिनकी भारत को जरूरत है। बहुत सी चीजें भारत के पास हैं जो अमेरिका के काम आ सकती हैं।’ पीएम मोदी ने प्रौद्योगिकी पर कहा, ‘प्रौद्योगिकी एक प्रेरक शक्ति बन रही है। हमें अधिक से अधिक वैश्विक भलाई के लिए प्रौद्योगिकी का लाभ उठाने के लिए अपनी प्रतिभा का उपयोग करना होगा।’
पहले भी हुई थी मुलाकात
इससे पहले भी दोनों नेताओं की मुलाकात हुई थी। उस समय बाइडेन देश के उपराष्ट्रपति थे। लेकिन अमेरिका के राष्ट्रपति के तौर पर पीएम मोदी के साथ ये उनकी पहली बैठक है। बाइडेन ने इसी साल जनवरी में अमेरिका के राष्ट्रपति का पदभार संभाला है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति जो बाइडेन ने फोन पर कई बार बात की है। दोनों ने ही वर्चुअल सम्मेलनों में भी हिस्सा लिया है। इनमें मार्च में वर्चुअली आयोजित हुआ क्वाड देशों का सम्मेलन भी शामिल है। पीएम मोदी और जो बाइडेन के बीच टेलीफोन पर आखिरी बार 26 अप्रैल को बात हुई थी।