अफगानिस्तान में तालिबान सरकार बनने के बाद पाकिस्तान एक बार फिर भारत को तबाह करने का ख्वाब देखने लगा है। इस बार पाकिस्तान तेजी से तैयारियां करना भी शुरू कर दिया है। बताया जा रहा है कि पाकिस्तान इन दिनों परमाणु बम और खतरनाक मिसाइलें बनाने में जुटा है, जिसका इस्तेमाल वह भारत के खिलाफ कर सकता है। उम्मीद जताई जा रही है कि वर्ष 2025 तक पाकिस्तान के पास 200 से अधिक एटम बम हो जाएंगे। अभी पाकिस्तान के पास करीब 165 परमाणु हथियार हैं।
भारत के खिलाफ परमाणु हथियारों की संख्या बढ़ा रहा पाकिस्तान
इस बात की जानकारी बुलेटिन ऑफ अटॉमिक साइंटिस्टा की ताजा रिपोर्ट से मिली है। इस रिपोर्ट में बताया गया है कि परमाणु वैज्ञानिकों की टीम ने सैटलाइट तस्वीरों की मदद से पाकिस्तानी सेना के ठिकानों और एयरफोर्स के अड्डों की जांच की है। इसमें साफ नजर आ रहा है कि जनरल कमर बाजवा की सेना नए लॉन्चर और सुविधाएं बना रही जो उसकी परमाणु फोर्स से जुड़ी हुई हो सकती है। अमेरिका की रक्षा खुफिया एजेंसी के डायरेक्टर ने भी अप्रैल में अमेरिकी कांग्रेस के सामने दिए बयान में कहा था कि पाकिस्तान वर्ष 2021 में अपने परमाणु हथियारों का जखीरा बढ़ा सकता है। पाकिस्तान इस दिशा में आगे बढ़ते हुए कई ऐसी प्रणालियों का विकास कर रहा है जो उसकी परमाणु बम को गिराने की ताकत बढ़ा देंगे।
रिपोर्ट में कहा गया है कि पाकिस्तान के पास चार प्लूसटोनियम प्रॉडक्शेन रिएक्टेर हैं और वह अपने यूरेनियम के संवर्द्धन को बढ़ा रहा है। पाकिस्तान अगले 10 साल में अपने परमाणु जखीरे को काफी बढ़ा सकता है। हालांकि यह इस बात पर निर्भर करेगा कि वह कितने परमाणु बमों को तैनात करता है और भारत की परमाणु ताकत में कितना इजाफा होता है। वैज्ञानिकों ने कहा कि ऐसी अटकलें हैं कि पाकिस्तान एक दशक में दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी परमाणु ताकत बन सकता है लेकिन हमारा अनुमान है कि यह कुछ ज्यादा ही अनुमान है।
वैज्ञानिकों ने कहा कि अगर ताजा ट्रेंड बने रहे तो पाकिस्तान के परमाणु बमों की संख्या वर्ष 2025 तक 200 तक पहुंच सकती है। पाकिस्तान अपने परमाणु कार्यक्रम को बहुत ही खुफिया तरीके से चला रहा है। उसने सार्वजनिक रूप से यह नहीं बताया है कि उसके पास कितने परमाणु बम हैं। पाकिस्तान अपने दुश्मन पर परमाणु हमला करने के लिए लंबी दूरी की मिसाइलें, रणनीतिक मिशन के लिए फाइटर जेट और कम दूरी तक परमाणु हमला करने में सक्षम कई हथियार बना रहा है।
पाकिस्तानी सेना के पूर्व अधिकारियों का कहना है कि पाकिस्तान की इस परमाणु रणनीति का उद्देश्ये भारत की ‘कोल्ड स्टार्ट’ रणनीति का जवाब देना है। उनका कहना है कि अगर भारत पाकिस्तान पर व्याकक हमला करता है या उसके इलाके पर कब्जा करता है तो इसका जवाब बाजवा की सेना परमाणु हमले से देगी। पाकिस्तान के पास परमाणु हमला करने के लिए मिराज लड़ाकू विमान, अब्दा ली, गजनवी, शाहीन, गौरी, नस्र, अबाबील बलिस्टिक मिसाइल हैं। इसके अलावा पाकिस्तान के पास बाबर क्रूज मिसाइल और समुद्र से दागे जाने वाली बाबर मिसाइल है।
यह भी पढ़ें: गठबंधन को लेकर कांग्रेस और बसपा कर चुके हैं ऐलान, अब छोटे दलों को सपा से बड़ी आस
पाकिस्तान कम क्षमता के रणनीतिक परमाणु बम बनाने पर फोकस कर रहा है और पाकिस्तान के विदेश सचिव ऐजाज चौधरी ने इसे स्वीकार भी किया था। इसका फायदा यह है कि अगर दिल्ली जैसे शहर पर इस परमाणु बम को गिराया जाता है तो उसका असर पाकिस्तान तक नहीं जाएगा। पाकिस्तान के तेजी से बढ़ते परमाणु बम न केवल भारत बल्कि अमेरिका के लिए तनाव की वजह बन गए हैं। उसे डर है कि इससे भारत के साथ विवाद बढ़ने पर पाकिस्तान के परमाणु बम गिराने का खतरा बढ़ गया है।