उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव ‘सूचना’ नवनीत सहगल ने गुरुवार को लोक भवन में कहा कि प्रदेश में ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं, अफवाह पर ध्यान न दें। बताया कि मुख्यमंत्री योगी के मार्गदर्शन में कोविड संक्रमण की रणनीति की निरन्तर समीक्षा की जा रही है। उन्होंने कोविड-19 के टेस्ट के और बढ़ाने के निर्देश दिये हैं।
ऑक्सीजन को लेकर अपर मुख्य सचिव ‘सूचना’ ने दिया बड़ा बयान
बताया कि आज 02 लाख टेस्ट किये गये, जिसे बढ़ाकर 2.50 लाख किया जा रहा है। आज लगभग 80 हजार आरटीपीसीआर के टेस्ट हुए हैं, जिसको बढ़ाकर 1.50 लाख टेस्ट प्रतिदिन किये जाने के निर्देश दिये हैं। इसके साथ-साथ मुख्यमंत्री ने सभी जिलाधिकारियों को भी निर्देशित किया है कि निजी लैब की क्षमता को बढ़ाते हुए अधिक से अधिक टेस्ट किये जाए।
उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री की समीक्षा बैठक में कहा कि आम जनता अफवाहों से बचें। प्रदेश में ऑक्सीजन की पर्याप्त आपूर्ति है। ऑक्सीजन की आपूर्ति के लिए कण्ट्रोल रूम बनाया गया है। निरन्तर ऑक्सीजन की आपूर्ति के संबंध में समीक्षा की जा रही है।
उन्होंने बताया कि ऑक्सीजन की सप्लाई वाली सभी कम्पनियों, फैक्टरियों से समन्वय स्थापित करके प्रदेश में ऑक्सीजनकी आपूर्ति की जा रही है। 25 हजार रेमेडीसिवर इंजेक्शन अहमदाबाद से मंगायी जा चुकी है। इसके अलावा और भी प्रयास हो रहा है कि देश में कहीं भी रेमेडीसिवर इंजेक्शन उपलब्ध हो तो उसको लाकर प्रदेश के मरीजों के लिए उपलब्ध कराया जाए। दोनों व्यवस्थाओं में मुख्यमंत्री ने समीक्षा में सभी जनपदों में कोविड बेडों की संख्या बढ़ाये जाने के निर्देश दिये है।
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केजीएमयू और बलरामपुर हॉस्पिटल पूर्णत कोविड अस्पताल के रूप में परिवर्तित करने के निर्देश दिये हैं। दोनों अस्पताल कोविड अस्पताल के रूप में परिवर्तित हो जायेंगे तो 2500 से 3000 बेडों की व्यवस्था लखनऊ में हो जायेगी। इसके साथ ही प्रयागराज, गोरखपुर वाराणसी तथा कानपुर में भी बेडों की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिये है। जहां भी निजी अस्पताल हो उनकों भी नियंत्रण में लेकर उन्हें भी कोविड अस्पतालों में परिवर्तित किया जाए।