एक दिन देश में हिजाबी प्रधानमंत्री बनेगी…असदुद्दीन ओवैसी ने Video ट्वीट कर दिया बयान

यूपी विधानसभा चुनाव के बीच कर्नाटक में शुरू हुआ हिजाब विवाद प्रदेश में अब तूल पकड़ता जा रहा है. पहले अलीगढ़ से सपा नेता रुबीना खानम ने हिजाब मामले पर विवादित बयान दिया है, और अब यूपी चुनाव में किस्मत आजमा रहे AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी Asaduddin Owaisi) हिजाब विवाद पर एक वीडियो ट्वीट करते हुए कैप्शन में लिखा, ‘इंशा’ अल्लाह एक दिन एक हिजाबी प्रधानमंत्री बनेगी.’

AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने वीडियो में कहा कि, ‘हम अपनी बेटियों को इंशा अल्लाह, अगर वो फैसला करती है कि अब्बा-अम्मी मैं हिजाब पहनूंगी. तो अम्मा-अब्बा बोलेंगे- बेटा पहन, तुझे कौन रोकता है, हम देखेंगे हिजाब, नकाब पहनेंगे कॉलेज भी जाएंगे. डॉक्टर भी बनेंगे, कलेक्टर भी बनेंगे, बिजनेस मैन, एसडीएम भी बनेंगे और एक दिन इस देश एक बच्ची हिजाब पहनकर प्रधानमंत्री बनेगी.’

सपा नेता ने दिया विवादित बयान
दरअसल, यूपी विधानसभा चुनाव के बीच कर्नाटक के स्कूल कॉलेजों में हिजाब पर शुरू हुआ विवाद अब तूल पकड़ता जा रहा है. मामले को लेकर प्रदेश में भी विरोध और समर्थन का सिलसिला शुरू हो गया है. ओवैसी से पहले अलीगढ़ में सपा नेता और महानगर अध्यक्ष रुबीना खानम (Rubina Khanam) ने हिजाब मामले पर विवादित बयान दिया था. रुबीना खानम ने कहा कि हिजाब पर हाथ डालने वालों का हाथ काट देंगे.

हिजाब विवाद पर उमा भारती ने दी नेताओं को सलाह
इधर, भाजपा की वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने राजनीतिक दलों को कर्नाटक के हिजाब विवाद पर बोलने से परहेज करने की सलाह दी है. उन्होंने कहा कि मामले पर एक साजिश के तहत बयानबाजी कर उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव को प्रभावित करने की कोशिश की जा रही है. समान नागरिक संहिता के बारे में पूछे जाने पर पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इस कोड की जो बात है उसमें समाज के सभी घटकों के साथ पहले विचार-विमर्श होगा, उसके बाद ही जब विचार होगा तो उस दिशा में आगे बढ़ेंगे.

क्या है हिजाब विवाद का पूरा मामला
दरअसल, कर्नाटक के उडुपी में एक सरकारी कॉलेज में कुछ छात्राएं हिजाब पहनकर स्कूल पहुंची तो, स्कूल में उनके पहनावे का विरोध किया गया. छात्राओं के क्लास में आने पर रोक लगा दी गई, यहीं से मामला तूल पकड़ता चला गया, हिजाब को लेकर विरोध और समर्थन देश अलग-अलग राज्यों में होने लगा, आखि में मामला हाई कोर्ट में पहुंच गया.