अभी पंजाब में मची आपसी कलह से कांग्रेस को पूरी तरह से छुटकारा मिला भी नहीं है कि अब छत्तीसगढ़ में भी पार्टी के नेता आपस में ही भिड़ते नजर आ रहे हैं। दरअसल, सूबे की सत्तारूढ़ कांग्रेस सरकार के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने अपनी ही सरकार के खिलाफ नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए विधानसभा से वाकआउट हो गए।
मंत्री ने सरकार के ही बड़ी मांग
अपनी ही सरकार पर नाराजगी जाहिर करते हुए स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह ने कहा कि मैं तब तक इस पवित्र सदन में नहीं आऊंगा, जब तक कांग्रेस विधायक के हमला करने के आरोपों पर सरकार का बयान सदन में नहीं आ जाता। कांग्रेस विधायक बृहस्पति सिंह ने स्वास्थ्य मंत्री पर जान से हमला करने का आरोप लगाया था।
टीएस सिंहदेव ने कहा कि जब तक सरकार जांच का आदेश नहीं देती या बयान जारी नहीं करती, मैं खुद को इस सत्र का हिस्सा बनने के योग्य नहीं पाता। मेरे चरित्र और मेरे परिवार के बारे में सभी जानते हैं।
इस विवाद की उपज कांग्रेस विधायक बृहस्पत सिंह के उन आरोपों की वजह से हुए है, जिसमें कांग्रेस विधायक ने स्वास्थ्य मंत्री पर गंभीर आरोप लगाए थे। कांग्रेस विधायक ने आरोप लगाते हुए कहा था कि स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव के इशारे पर सरगुजा जिले में उनके काफिले पर हमला किया गया। विधायक सिंह ने कहा था कि उन्होंने बघेल की प्रशंसा की थी और कहा था कि वह राज्य के मुख्यमंत्री बने रहेंगे। यह बयान मंत्री सिंहदेव को पसंद नहीं आया और बाद में उनके काफिले पर हमला किया गया।
यह भी पढ़ें: सड़क सुरक्षा सप्ताह के अंतर्गत नवयुग कन्या महाविद्यालय ने चलाया जागरूकता अभियान…
कांग्रेस विधायक ने कहा था कि कथित हमले में तीन लोग थे, जिनमें से एक मंत्री सिंहदेव का दूर का रिश्तेदार था। उन्होंने यह भी आरोप लगाया था कि स्वास्थ्य मंत्री से उनकी जान को खतरा है। इन आऱोपों को लेकर सिंहदेव ने कहा था कि उनके क्षेत्र और राज्य के लोग उनकी छवि के बारे में अच्छी तरह से जानते हैं। उन्हें इस विषय पर कुछ नहीं कहना है।