बिहार में होने वाले विधानसभा चुनाव का बिगुल बजने के बाद से सभी राजनीतिक दल अपनी स्थिति मजबूत करने की कवायद में जुट गए हैं। इसी कवायद के साथ ही वादों का दौर भी शुरू हो गया है। अभी बीते दिन जहां नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने बिहार की जनता से 10 लाख नौकरियां देने का वादा किया था। वहीँ अब बिहार में मुख्यमंत्री और जदयू अध्यक्ष नीतीश कुमार ने लड़कियों को आर्थिक मदद देने का वादा किया है।
दरअसल, चुनावी शंखनाद के बाद अब नीतीश कुमार भी इस राजनीतिक दंगल में ताल ठोकते नजर आ रहे हैं। बुधवार को नीतीश कुमार ने जनता के बीच जाकर चुनाव प्रचार में हिस्सा लिया। इसके लिए उन्होंने बांका जिले के अमरपुर विधानसभा क्षेत्र में जाकर चुनावी जनसभा को संबोधित किया। अभी तक नीतीश कुमार वर्चुअल रैलियों क माध्यम से भी अपने वोटबैंक को मजबूत करते नजर आ रहे थे।
इस चुनावी समय में पहली बार जनता के बीच आकर अपने चुनावी प्रचार का शंखनाद करते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि कि हम काम करने में यकीन रखते हैं, सेवा ही हमारा काम है जबकि कुछ लोगों का काम मेवा खाना होता है। इससे आगे नीतीश ने कहा कि आप हमारा काम देखिए, प्रचार के चक्कर में मत आइएगा। अगर प्रचार के चक्कर में आ गए तो उनकी आमदनी बढ़ जाएगी, आपकी घट जाएगी।
इसके साथ नीतीश कुमार ने लड़कियों को आर्थिक मदद देने का वादा भी किया। उन्होंने लड़कियों की शिक्षा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से कहा कि अब तक लड़कियों को जो आर्थिक मदद दी जा रही है उसे बढ़ा दिया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि नए निश्चय में इंटर (12वीं क्लास) पास करने पर हर लड़की को 25 हजार रुपये दिए जाएंगे जबकि ग्रेजुएट करने पर हर लड़की 50 हजार रुपये की आर्थिक मदद दी जाएगी। हमने महिलाओं को आरक्षण देने का काम किया है, जिससे महिलाओं की भागीदारी बढ़ी है। हर क्षेत्र में महिलाएं आगे बढ़ती हुई दिख रही हैं।
इसके साथ ही नीतीश कुमार ने जनता के बीच में अपनी कार्यकाल में हासिल उपलब्धियों को भी गिनाया। बिजली व्यवस्था का मुद्दा उठाते हुए नीतीश ने कहा कि दिसंबर 2018 तक हर घर बिजली का लक्ष्य था, जिसे हमने समय से पहले ही अक्टूबर में पूरा कर लिया था। नीतीश कुमार ने ये भी कहा कि ये दौर कोरोना वायरस का है। हमारी सरकार ने इसके लिए काफी काम किया। लॉकडाउन के बीच में जो लोग बाहर से आए उन्हें हमने क्वारनटीन में रखा, उनकी मदद की, जांच कराई। अब कोरोना का ग्राफ नीचे जा रहा है।