राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत जिले के ग्रामीण इलाकों में भी अब बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिलेगी। ग्रामीण अंचल में बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए प्रदेश सरकार ने जिले में नौ नए स्वास्थ्य उपकेंद्रों की शुरुआत की है। रविवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वाराणसी सहित प्रदेश के 5000 नवीन स्वास्थ्य उपकेन्द्रों का वर्चुअल लोकार्पण किया। वाराणसी में बने सभी नये स्वास्थ्य उपकेंद्र वर्तमान में किराए के भवन में संचालित हो रहे हैं। इन्हें मिलाकर जिले में स्वास्थ्य उपकेन्द्रों की संख्या 316 हो गई है। मुख्यमंत्री ने मंत्र ऐप यानि मां नवजात ट्रैकिंग एप्लीकेशन को भी लोकार्पित किया।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ राहुल सिंह ने बताया कि सरकार ग्रामीणों को उनके घर के नजदीक ही प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाएं पहुंचाने का लगातार प्रयास कर रही है। ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाली गर्भवती, बच्चों के साथ अन्य लोगों को बीमार होने पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अथवा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों की ओर दौड़ लगानी पड़ती है। अब गांव में ही उनको बेहतर उपचार मिल सकेगा। इसके लिए शासन की तरफ से जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में नौ नवीन स्वास्थ्य उपकेंद्र शुरू किए गए हैं। सभी नवीन स्वास्थ्य उपकेंद्र में संबन्धित क्षेत्र की एएनएम की तैनाती कर दी गई है।
डॉ सिंह ने बताया कि डिजिटलीकरण को देखते हुए मंत्र एप्लीकेशन की भी शुरुआत की गई है। जिसके जरिये मां और नवजात शिशु की ऑनलाइन ट्रैकिंग करने में मदद मिलेगी। इसके लिए स्वास्थ्यकर्मियों को प्रशिक्षण दिया गया है। उन्होंने बताया कि नीति आयोग के आदर्श ब्लॉक सेवापुरी के गोसाईपुर, बड़ागांव के कैथौली, पिंडरा के चकरमा, चोलापुर के सुगलपुर, हरहुआ के अहिरान, काशी विद्यापीठ के ऊंचगांव, अराजीलाइन के बेनीपुर एवं चिरईगांव के चांदपुर व मिसिरपुर में नवीन स्वास्थ्य उपकेंद्र खोले गए हैं।
नोडल अधिकारी व एसीएमओ डॉ एके मौर्या ने बताया कि जिले में शुरू हुए नए स्वास्थ्य उपकेंद्रों पर तैनात एएनएम गर्भवती के स्वास्थ्य की समय-समय पर जांच, टीकाकरण, प्रसव के अलावा बच्चों का नियमित टीकाकरण, कोविड टीकाकरण, संचारी रोग के रोगियों के लिए दवाएं उपलब्ध कराएंगी। इसके साथ सरकार द्वारा चलाई जा रही स्वास्थ्य योजनाओं की जानकारी देकर उनका लाभ लेने के लिए आशा कार्यकर्ता जागरूक करेंगी। वर्चुअल कार्यक्रम के दौरान समस्त अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी, समस्त पीएचसी/सीएचसी के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी, जिला स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी (डीएचईआईओ) हरिवंश यादव, डीपीएम संतोष सिंह, डीसीपीएम रमेश कुमार वर्मा भी मौजूद रहे।