नई दिल्ली। नीट यूजी 2024 पेपर लीक मामले में बड़ा खुलासा समाने आया है। पटना से गिरफ्तार अभ्यर्थी अनुराग यादव ने कबूल किया है कि उसे परीक्षा से पहले ही पेपर मिल गया था। उन्होंने अपने बयान में यह भी कहा कि उन्हें रात भर सवालों के जवाब याद कराए जाते थे।
परीक्षा हॉल में जाने पर मुझे सभी प्रश्न एक जैसे ही मिले। मेरे चाचा यानी सिकंदर यादवेंद्र ने मुझे कोटा से फोन किया कि परीक्षा की व्यवस्था हो गयी है। मेरा परीक्षा केंद्र पटना में डिबाई पाटिल स्कूल था। परीक्षा के बाद पुलिस ने मुझे गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस के सामने दर्ज कराए गए बयान में उन्होंने कहा है कि जो प्रश्नपत्र लीक हुआ था, वही प्रश्नपत्र परीक्षा में आया था और परीक्षा में 100 फीसदी वही प्रश्न पूछे गए थे। यह प्रश्नपत्र एक दिन पहले मेरे पास आया था। अनुराग ने बताया कि चाचा ने व्यवस्था कर उसे कोटा से पटना बुलाया था। रात में हर सवाल का जवाब याद हो जाता था।परीक्षा के बाद पुलिस ने मुझे गिरफ्तार कर लिया।
दरअसल 4 जून को जब नीट परीक्षा के नतीजे आए तो पहली बार 67 छात्र ऐसे थे जो टॉपर बने और उन्होंने 720 में से 720 अंक हासिल किए।टॉपर्स की लिस्ट देखने के बाद नीट परीक्षा में गड़बड़ी का मुद्दा उठा था। 13 जून को एनटीए ने फैसला लिया कि ग्रेस मार्क्स वाले छात्रों के लिए परीक्षा दोबारा आयोजित की जाएगी, लेकिन छात्रों का गुस्सा थमा नहीं है।
बिहार और गुजरात से पेपर लीक की खबरों ने एनटीए की विश्वसनीयता और पारदर्शिता पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं, यही वजह है कि छात्र इस मामले की सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं। रंगदारी के मामले में पटना और पंचमहल से कई गिरफ्तारियां हुई हैं। पटना में 4 छात्रों समेत 13 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस जांच में पता चला कि पेपर लीक हो गया था और गिरोह ने परीक्षा पास कराने के लिए बच्चों से लाखों रुपये वसूले थे।पंचमहल में भी छात्रों से लाखों रुपये की उगाही की जाती थी और यह गिरोह सही उत्तर भरकर स्कोर शीट जमा कर देता था।