कोरोना वैक्सीन को लेकर शुक्रवार को हुई सर्वदलीय बैठक में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा की गई बयानबाजी एनसीपी नेता नवाब मलिक को रास नहीं आया है। इस बयान को लेकर शनिवार को नवाब मलिक ने पीएम मोदी को आड़े हाथों लिया है। उन्होंने पीएम मोदी पर दोतरफा बात करने का आरोप लगाते हुए मांग की है कि देश के सभी नागरिकों को फ्री में कोरोना वैक्सीन का टीका लगवाए।
नवाब मलिक ने इस वजह से पीएम मोदी पर लगाया आरोप
दरअसल, बीते दिन हुई सर्वदलीय बैठक में पीएम मोदी ने कहा कि वैक्सीन को लेकर जैसे ही वैज्ञानिकों की तरफ से हरी झंडी मिलेगी, टीकाकरण का काम शुरू कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा था कि वैक्सीन के आने के बाद केंद्र सरकार और राज्य सरकारें मिलकर इसकी कीमत तय करेंगे।
उनके इसी बयान पर सवालिया निशान लगाते हुए नवाब मलिक ने शनिवार को पत्रकारों से पत्रकारों से बातचीत की। इस दौरान उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सर्वदलीय बैठक बुलाई और उसमें कहा कि केंद्र व राज्य सरकारें मिलकर कोरोना वायरस वैक्सीन की कीमत तय करेंगी, यह कैसे हो सकता है? बिहार में उनकी पार्टी वादा करती है कि सभी को फ्री में वैक्सीन देंगे और अब कीमत की बात कर रहे हैं। हम केंद्र सरकार से मांग करते हैं कि हर भारतीय को फ्री में कोरोना वायरस की वैक्सीन दी जाए।’
आपको बता दें कि इससे पहले कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने भी वैक्सीन को लेकर केंद्र सरकार की नीतियों पर सवाल उठाए। सर्वदलीय बैठक के बाद अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी कह रहे हैं कि जैसे ही वैक्सीन आएगी, सबसे पहले उन लोगों को दी जाएगी, जिन्हें सबसे ज्यादा जरूरत है। लेकिन, ये तय कौन करेगा कि किसे वैक्सीन की सबसे ज्यादा जरूरत है। जो लोग कोरोना के खिलाफ फ्रंटलाइन वर्कर नहीं हैं या फिर जो देश की गरीब जनता है, उनके टीकाकरण को लेकर पीएम मोदी के पास कोई ठोस योजना नहीं है।
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गौरतलब है कि बैठक में पीएम मोदी ने कहा था कि वैक्सीन आने के बाद सबसे पहले स्वास्थ्यकर्मियों, फ्रंटलाइन वर्कर और ऐसे बुजुर्ग लोगों को दी जाएगी, जो गंभीर बीमारियों से पीड़ित हैं।