महाराष्ट्र में भले ही एनसीपी के दम पर शिवसेना और कांग्रेस सत्ता पर आसीन है लेकिन बिहार में उसी एनसीपी को महागठबंधन में स्थान नहीं मिल पा रहा है। दरअसल, बिहार में होने वाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और शिवसेना एनसीपी को तरजीह देती नजर नहीं आ रही है। यही वजह है कि अब एनसीपी ने अकेले चुनाव लड़ने का फैसला किया है।
एनसीपी के राज्य सभा सांसद और वरिष्ठ नेता प्रफुल्ल पटेल ने कहा कि बिहार विधान सभा चुनाव में कांग्रेस और आरजेडी ने पहले हीं दरकिनार कर लिया था,और शिवसेना ने भी साथ नहीं दिया, साथ हीं इन्होने ये भी कहा कि एनसीपी महागठबंधन का हिस्सा होना चाहती थी, मगर अब अकेले दम पर लड़ेंगे बिहार में चुनाव। प्रफुल्ल पटेल ने ये भी कहा कि ये निर्णय बिहार के सभी कार्यकर्ताओं की मांग पर ली गई है। बताया जा रहा है कि एनसीपी बिहार में 40 सीटों पर चुनाव लड़ सकती है।
आपको बता दें कि पिछले वर्ष महाराष्ट्र में हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी को सबसे ज्यादा 104 सीटें हासिल हुई थी। वहीँ शिवसेना को 56, एनसीपी को 54 और कांग्रेस को 44 सीटों पर जीत मिली थी। यहां अंत में एनसीपी, कांग्रेस और शिवसेना ने आपसी गठबंधन से सत्ता पर अधिकार स्थापित किया। हालांकि, अब जब बिहार चुनाव का बिगुल बजा है तो शिवसेना और कांग्रेस एनसीपी से पल्ला झाड़ते नजर आ रही है।