भारत के लिए खेलों में अगस्त का महीना काफी महत्वपूर्ण रहा है। देश को तीन अलग-अलग खेलों के बड़े टूर्नामेंट में तीन अलग-अलग पदक प्राप्त हुए हैं। हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचंद की जयंती पर देश में हर साल 29 अगस्त को खेल दिवस मनाया जाता है। इस साल ध्यानचंद की 118वीं जयंती से पहले ही विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप भालाफेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा, शतंरज के युवा स्टार प्रगनाननंदा और बैडमिंटन के ज़बरदस्त खिलाड़ी एचएस प्रणय ने कमाल कर दिया। इन तीनों ने अगस्त के आखिरी एक हफ्ते में तीन अलग-अलग पदक प्राप्त किये।
नीरज चोपड़ा ने रचा इतिहास
गोल्डन ब्वॉय के नाम से मशहूर नीरज चोपड़ा ने विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में शानदार प्रदर्शन किया है। नीरज ने भालाफेंक स्पर्धा में स्वर्ण पदक अपने नाम कर लिया है। वह विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने वाले देश के पहले खिलाड़ी बन गए है। बुडापेस्ट नेशनल एथलेटिक्स सेंटर में नीरज ने भालाफेंक इवेंट में 88.17 मीटर के थ्रो के साथ स्वर्ण पदक पर निशाना साधा। बता दे, पिछली बार नीरज ने विश्व चैंपियनशिप में रजत पदक अपने नाम किया था।
प्रगनाननंदा ने 18 साल की उम्र में जीता रजत पदक
24 अगस्त को 18 साल के शतरंज के खिलाड़ी रमेशबाबू प्रगनाननंदा ने अपने शानदार प्रदर्शन से सबका दिल जीत लिया। प्रगनाननंदा ने शतरंज विश्व कप में रजत पदक अपने नाम किया। वह फाइनल में भले ही दुनिया के नंबर-1 खिलाड़ी नॉर्वे के मैग्नस कार्लसन के खिलाफ हार गए, लेकिन उन्होंने यह उम्मीद दे दी है कि वह भविष्य में इस टूर्नामेंट को कई बार जीत सकते हैं।
आपको बता दे, प्रगनाननंदा केवल 12 साल की उम्र में ही शतरंज खेल में मास्टर बन गए थे। उनका जन्म 10 अगस्त 2005 को चेन्नई में हुआ था। प्रगनाननंदा तीन साल उम्र में ही शतरंज खेलना शुरू कर दिया था। प्रगनाननंदा के पिता रमेशबाबू बैंक में कार्यरत हैं। प्रगनाननंदा की मां हर दौरे पर उनके साथ होती हैं। परिवार के साथ और सपोर्ट ने आज उन्हें दुनिया भर में मशहूर बना दिया है।
एचएस प्रणय का विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप में रहा शानदार प्रदर्शन
भारत के बैडमिंटन खिलाड़ी एचएस प्रणय ने विश्व बैडमिंटन चैंपियनशिप 2023 में एकल स्पर्धा में कांस्य पदक जीता। वह फाइनल में नहीं पहुंच पाए। शनिवार (26 अगस्त) को हुए सेमीफाइनल में थाईलैंड के कुनलावत वितिदसर्न के खिलाफ कड़े मुकाबले में हार गए। प्रणय विश्व चैंपियनशिप में पदक जीतने वाले पांचवें भारतीय पुरुष एकल खिलाड़ी बन गए हैं। इससे पहले किदांबी श्रीकांत (रजत), लक्ष्य सेन (कांस्य), बी साई प्रणीत (कांस्य) और प्रकाश पादुकोण (कांस्य) पुरुष एकल में पदक जीत चुके हैं। दो बार की ओलंपिक पदक विजेता पीवी सिंधु ने विश्व चैंपियनशिप के एकल में पांच पदक जीत थे जिसमें साल 2019 में स्वर्ण भी शामिल है। उनके अलावा साइना नेहवाल (रजत और कांस्य) ने दो पदक हासिल किए थे। वहीं, महिला युगल जोड़ी ज्वाला गुट्टा और अश्विनी पोनप्पा ने 2011 में कांस्य और सात्विकसाईराज रैंकीरेड्डी व चिराग शेट्टी की जोड़ी ने पिछले साल कांस्य पदक जीता था।
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