भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सीनियर नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भाजपा में मास्टर जैसे हैं। पार्टी अंदरखाने में लिए जाने वाले निर्णयों पर आखिरी मुहर वही लगाते हैं, जबकि केंद्रीय गृह मंत्री और उनके सबसे करीबी सहयोगी माने जाने वाले अमित शाह सिर्फ फैसलों से जुड़े प्रस्ताव रखते हैं। वह फैसले नहीं लेते।
ये बातें स्वामी ने 25 अगस्त, 2022 को ‘पीगुरु’ (PGurus) यूट्यूब चैनल पर एक परिचर्चा के दौरान होस्ट श्री अय्यर के सामने कहीं। दोनों के बीच इस पर बात हो रही थी कि आखिरकार बीजेपी किस बात से खौफ खा रही है। अय्यर की ओर से यह मुद्दा उठाने और संबंधित सवाल करने के बाद भाजपा नेता ने बताया- भाजपा में आज इस तरह की कोई चीज नहीं है। जब से नरेंद्र मोदी पीएम बने हैं, तब से पार्टी में संगठनात्मक मामलों से जुड़े चुनाव नहीं हुए हैं। पहले लीडर और डिप्टी लीडर चुनाव के जरिए चुने जाते थे, पर नरेंद्र मोदी तो बीजेपी में मास्टर हैं।
बकौल स्वामी, “अमित शाह पार्टी में कोई फैसला नहीं लेते। वह निर्णय प्रस्तावित करते हैं पर उन पर आखिरी फैसला या मुहर पीएम मोदी ही लेते-लगाते हैं। ऐसे में फिलहाल यह नरेंद्र मोदी की ओर से चलाई जाने वाली पार्टी है। आज जो भी फैसले लिए जा रहे हैं, वे एडहॉक आधार पर लिए जा रहे हैं। उन पर फैसला मिस्टर मोदी से पूछे जाने के बाद ही किया जाता है। पीएम को भी यह चीज ठीक लगती है कि इस चीज (फैसले से पहले उनसे पूछा जाना) का पालन हो रहा है।”
बीजेपी नेता के मुताबिक, ऐसे में आप जो कुछ भी सुन और देख रहे हैं, वह किसी लोकतांत्रिक दल की आवाज नहीं है। वैसे, स्वामी जब ये सब कह रहे थे, तब अय्यर शुरुआत में मुस्कुरा (खासकर अमित शाह के जिक्र के दौरान) रहे थे।
बीजेपी के सुब्रमण्यम स्वामी मौजूदा समय में विराट हिंदुस्तान संगम ( Virat Hindustan Sangam) के अध्यक्ष हैं। वह इसके अलावा कैबिनेट मंत्री और छह बार सांसद भी रह चुके हैं। पूर्व प्रोफेसर होने के साथ उन्होंने हार्वर्ड विवि से इकनॉमिक्स में पीएच.डी की है।
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वैसे, स्वामी बीते कुछ समय से पीएम मोदी और बीजेपी की कार्यशैली, नीतियों और फैसलों को लेकर समय-समय पर अपनी त्वरित राय जाहिर करते रहे हैं। उन्होंने इस दौरान दफा अपने ही दल और सरकार की कड़ी आलोचना की है, लेकिन पार्टी की तरफ से उनके हमलों पर आमतौर पर कोई जवाब देते नहीं देखा गया।