पश्चिम बंगाल के चर्चित नारद केस मामले की जांच कर रही जांच एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने अब अपनी चार्जशीट दायर कर दी है। ईडी की इस चार्जशीट में ममता सरकार के दो मंत्रियों फिरहाद हकीम और सुब्रत मुखर्जी का नाम शामिल है। इसके अलावा चार्जशीट में पूर्व मंत्री मदन मित्रा, कोलकाता के पूर्व मेयर सोवन चटर्जी और पूर्व आईपीएस अधिकारी एसएमएच मिर्जा का भी नाम शामिल है। प्रवर्तन निदेशालय ने कोलकाता में एक विशेष पीएमएलए अदालत में चार्जशीट दायर की है।
वर्ष 2016 में सामने आया था नारद केस
आपको बता दें कि वर्ष 2016 में हुए पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव से ठीक पहले नारद स्टिंग टेप सार्वजनिक किए गए थे। साथ ही दावा किया गया था कि ये टेप साल 2014 में रिकॉर्ड किए गए थे और इसमें तृणमूल कांग्रेस के मंत्री, सांसद और विधायक की तरह दिखने वाले व्यक्तियों को कथित रूप से एक काल्पनिक कंपनी के प्रतिनिधियों से कैश लेते दिखाया गया था। कलकत्ता हाईकोर्ट ने इस मामले की जांच सीबीआई को सौंपी थी।
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इसी वर्ष जून के महीने में नारद केस मामले ने तब टूल पकड़ा, जब सीबीआई ने तृणमूल कांग्रेस के चार नेताओं को गिरफ्तार कर लिया था जिसके बाद मुख्यमंत्री ममता सीबीआई दफ्तर में जाकर बैठ गई थीं। बाहर तृणमूल कार्यकर्ताओं ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया था और सीबीआई दफ्तर में घुसकर तोड़फोड़ की कोशिश की थी।