भले ही केंद्र की सत्तारूढ़ मोदी सरकार ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को स्थाई रूप से ख़त्म कर दिया है, लेकिन यहां अभी भी हिन्दू सुरक्षित नहीं है। इस बात की जानकारी उस इंटरव्यू से होती है, जो यूट्यूब चैनल ‘द राजधर्म’ में देखने को मिली है। दरअसल, जम्मू-कश्मीर में जारी विधानसभा चुनाव के दौरान यूट्यूब चैनल की पत्रकार द्वारा लिया गया इंटरव्यू यूट्यूब चैनल ‘द राजधर्म’ पर प्रकाशित हो रहा है।
मिली जानकारी के अनुसार, इस इंटरव्यू में पत्रकार एक व्यक्ति से हिन्दू मंदिर को लेकर बात कर रही है और यह व्यक्ति पत्रकार को जवाब देते हुए हिन्दू धर्म के खिलाफ अपना नजरिया बताता नजर आ रहा है।
यूट्यूब चैनल द्वारा अपलोड यह वीडियो दर्दपोरा का बताया जा रहा है, जिसमें पत्रकार मुश्ताक लोन नाम के एक व्यक्ति से बात करते हुए देखा जा सकता है। उसने शेख अब्दुल राशिद का समर्थक होने का दावा किया, जिसे इंजीनियर राशिद के नाम से जाना जाता है, जिसे आतंकवाद-वित्तपोषण के आरोप में गिरफ्तार किया गया था और बाद में अंतरिम जमानत मिली थी।
इंटरव्यू के दौरान उन्होंने कहा कि हम मुसलमान हैं और नमाज़ पढ़ते हैं। मंदिर खोलना सही नहीं है। हमें पूजा पाठ से दिक्कत होती है।
जब पत्रकार ने कहा कि उसे मस्जिद में लाउडस्पीकर से कोई समस्या नहीं है, तो उन्होंने दोहराया कि चूंकि वह मुसलमान हैं, इसलिए उन्हें मंदिरों से समस्या है। उन्होंने यह भी कहा कि कोई भी हिंदू जो काम के लिए यहां आता है और फिर शराब पीता है, हम उस पर हमला करेंगे। शराब हमारे धर्म के खिलाफ है।
उन्होंने आगे धमकी देते हुए कहा कि हम अपनी ज़मीन पर मंदिर नहीं बनने देंगे। हमारे पास उस जगह को जलाने के अलावा कोई विकल्प नहीं है क्योंकि यह सही नहीं है। हम मुसलमान हैं। क्या हमारे पड़ोस में मंदिर होना उचित है?
पीएम मोदी के खिलाफ उगला जहर
उस व्यक्ति ने कहा कि यह उसकी निजी राय है। फिर उसने दावा किया कि हिंदू इस क्षेत्र में ज़मीन खरीद सकते हैं और मंदिर बना सकते हैं, लेकिन उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि वे समुदाय को ज़मीन नहीं बेचेंगे।
उन्होंने जोर देकर कहा कि यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ज़मीन नहीं है। यह हमारी ज़मीन है। फिर उन्होंने कहा कि लोग भारतीय जनता पार्टी को वोट नहीं देंगे क्योंकि उसने इलाके में शराब की दुकान खोली है, वहाँ मंदिर बनाया है और ऊँची दरों पर चावल उपलब्ध कराया है।
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उन्होंने बार-बार मंदिरों, हिंदू भजनों और अनुष्ठानों के प्रति अपनी घृणा का उल्लेख किया और साथ ही इस बात पर जोर दिया कि वह हिंदू धर्म से संबंधित सभी चीजों के खिलाफ हैं, क्योंकि वह एक मुसलमान हैं और दिन में पांच बार नमाज पढ़ते हैं।