उत्तर प्रदेश में अगले वर्ष होने वाले चुनावी दंगल के लिए अब इंडियन यूनियन मुस्लीम लीग ने भी कमर कस ली है। दरअसल, मुस्लिम लीग ने यूपी विधानसभा चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। मुस्लिम लीग ने इस चुनाव में 103 विधानसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने का फैसला किया है। इस ऐलान के साथ ही मुस्लिम लीग ने असदुद्दीन ओवैसी की एआईएमआईएम के साथ गठबंधन करने की भी इशारा किया।
यूपी चुनाव को लेकर मुस्लिम लीग ने दिए संकेत
मिली जानकारी के अनुसार, गुरूवार को मुरादाबाद में हुई अब इंडियन यूनियन मुस्लीम लीग कि बैठक के बाद इस बात का ऐलान किया गया। यह ऐलान करते हुए मुस्लिम लीग के राष्ट्रीय संयुक्त सचिव मौलाना कौसर हयात खान और कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष डॉ नजमुल हसन ने कहा कि हमारी कई राजनितिक दलों से गठबंधन की बात चल रही है। पार्टी नेताओं ने असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम के साथ चुनाव लड़ने के संकेत भी दिए।
उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी पहले भी एआईएमआईएम के साथ मिलकर यूपी में चुनाव लड़ चुकी है। ऐसे में एक बार फिर दोनों पार्टियों के बीच गठबंधन हो सकता है। इस दौरान मुस्लिम लीग के नेताओं ने कांग्रेस और सपा पर सत्ता में रहकर मुस्लिमों को नुकसान पहुंचाने का आरोप भी लगाया। बताया जा रहा है कि इस चुनाव में मुस्लिम लीग का फोकस उन सीटों पर होगा जहां मुस्लिम मतदाताओं की संख्या अधिक है।
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आपको बता दें कि अभी तक उत्तर प्रदेश का मुस्लिम वोटबैंक समाजवादी पार्टी की मुख्य ताकत के रूप में देखा जा रहा था।लेकिन अगले वर्ष होने वाले इस चुनाव में एआईएमआईएम और पीस पार्टी पहले से ही कमर कस चुकी हैं। एआईएमआईएम ने 100 जबकि पीस पार्टी ने 250 सीटों पर उम्मीदवार उतारने का ऐलान किया है। ऐसे में इंडियन यूनियन मुस्लीम लीग के इस ऐलान को समाजवादी पार्टी की नई मुसीबत के रूप में देखा जा रहा है।