बलात्कार और छेड़छाड़ का आरोप झेल चुके दिल्ली की सीमाओं पर जारी किसान आंदोलन एक बार फिर सवालों के घेरे में आ गया है। दरअसल, इस बार किसान आंदोलन में शामिल लोगों पर एक किसान को जिंदा जला देने का मामला सामने आया है। आरोप है कि किसान आंदोलन में कुछ लोगों ने पहले साथ बैठकर शराब पी और इसके बाद एक शख्स पर तेज छिड़ककर उसे आग के हवाले कर दिया। मृतक की पहचान कसार गांव में रहने वाले मुकेश के रुप में की गई है।
किसान आंदोलन में शख्स को जिन्दा जलाया
मिली जानकारी के अनुसार, बहादुरगढ़ में किसान आंदोलन में शामिल लोगों ने पहले साथ बैठक शराब पी। इस दौरान उनकी मुकेश से किसी बात पर कहासुनी हो गई। इसी के बार आरोपियों ने मुकेश पर तेल छिड़ककर उसे आग के हवाले कर दिया। घटना में मुकेश बुरी तरह से झुलस गया। जिसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया। हालांकि कुछ ही घंटों बाद उसने दम तोड़ दिया। इस घटना को लेकर टिकरी सीमा पर आंदोलनरत किसान एकता मोर्चा ने एक अस्पष्ट वीडियो जारी कर दावा किया कि मुकेश ने खुद को आग लगा ली थी। उन्होंने दावा किया कि इसके विपरीत कोई भी आरोप भाजपा का प्रोपेगंडा है।
किसान एकता मोर्चा द्वारा जारी किये गए वीडियो में जली अवस्था में बैठे मुकेश कहते सुनाई दे रहे हैं कि उन्होंने खुद को आग लगा ली क्योंकि वह अपने पारिवारिक समस्याओं से थक गए थे। उन्होंने यह जवाब एक किसान द्वारा पूछे गए सवाल के बाद दिया।
हालांकि, ऑपइंडिया न्यूज पोर्टल ने अपनी एक खबर में दावा किया है कि उन्होंने भी एक वीडियो एक्सेस किया है जिसमें मुकेश अस्पताल में इलाज के दौरान अपने ऊपर हमला करने वालों के नामों का खुलासा करते दिखाई दे रहा है। इस वीडियो में मुकेश को कहते सुना जा सकता है कि टिकरी सीमा पर मौजूद किसानों ने उसे आग लगा दी। ऑपइंडिया ने इस वीडियो को अपने यूट्यूब चैनल के माध्यम से प्रकाशित किया है।
इस वीडियो में मुकेश साफ-साफ कह रहे हैं कि टिकरी बॉर्डर पर किसानों ने खासकर सफेद कुर्ते में एक शख्स ने उन्हें आग लगा दी। पुलिस अधिकारी उससे विशेष रूप से पूछता है कि क्या उसने खुद को आग लगाई या उसे आग लगाने वाले किसान थे। इस पर वह साफ कहते हैं कि उन्होंने खुद को आग नहीं लगाई, किसानों ने उन्हें आग लगा दी।
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