केंद्र की सत्तारूढ़ मोदी सरकार ने 42 संगठनों को आतंकवादी संगठन घोषित किया है और गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम 1967 की पहली अनुसूची में उनके नाम सूचीबद्ध किए हैं। लोकसभा में मंगलवार को पूछे गए एक सवाल के जवाब में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने जानकारी देते हुए कहा कि भारत में आतंकवाद काफी हद तक सीमा पार से प्रायोजित किया गया है।
आतंकी पर हुई कार्रवाई की दी जानकारी
मंत्रालय ने अपने जवाब में पिछले तीन वर्षों और चालू वर्ष के दौरान देश व जम्मू-कश्मीर के भीतरी इलाकों में आतंकवादी हमलों के दौरान मारे गए आतंकियों और आतंकी घटनाओं में जान गंवाने वाले व्यक्तियों की जानकारी दी है।
मंत्रालय ने बताया है कि देश के अन्य इलाकों में वर्ष 2018 में तीन नागरिक मारे गए थे, जबकि कोई आतंकी नहीं मारा गया। वहीं जम्मू-कश्मीर क्षेत्र में वर्ष 2018 में 257 आतंकी मारे गए और 39 नागरिकों की जान गई थी।
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इसी प्रकार 2019 में सुरक्षाकर्मियों ने जम्मू-कश्मीर क्षेत्र में 157 आंतकियों को ढेर कर दिया, जबकि 39 नागरिकों की भी जान गयी थी। वर्ष 2020 में कुल 221 आतंकियों को सुरक्षाकर्मियों ने मार गिराया और 37 नागरिकों की जान गई। 2021 में 15 फरवरी तक तीन आतंकवादी मारे गए हैं, जबकि एक नागरिक की जान गई है।