भारतीय जनता पार्टी का साथ छोड़कर तृणमूल कांग्रेस में वापस लौट चुके पूर्व सांसद मुकुल रॉय की केंद्रीय सुरक्षा हटाने के लिए केन्द्र सरकार ने आदेश जारी कर दिए हैं। अभी तक रॉय को जेड कैटेगरी की सुरक्षा मिल रही थी। गुरुवार को सीआरपीएफ अधिकारियों ने उनकी सुरक्षा हटा ली है।
मुकुल रॉय ने पत्र लिखकर की थी मांग
दरअसल, पिछले सप्ताह शुक्रवार को तृणमूल कांग्रेस में वापसी के बाद मुकुल रॉय ने पत्र लिखकर अपनी केंद्रीय सुरक्षा वापस लेने की अर्जी लगाई थी। केंद्रीय गृह मंत्रालय से अनुमति मिलने के बाद गुरुवार से सुरक्षा हटाने की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है। इसके साथ ही अब रॉय को राज्य सरकार ने वाई श्रेणी की सुरक्षा दी है। मुकुल के बेटे शुभ्रांशु रॉय भी बीजेपी में थे और उन्हें केंद्र ने एक्स श्रेणी की सुरक्षा दी थी लेकिन अब वह भी तृणमूल में लौट गए हैं, जिसके बाद राज्य सरकार ने उनकी सुरक्षा में सशस्त्र पुलिस बल तैनात कर दी है।
आपको बता दें कि विगत दिनों मुकुल रॉय ने बीजेपी का साथ छोड़ते हुए अपनी पुरानी पार्टी तृणमूल कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण कर ली थी। तृणमूल में शामिल होने के बाद बंगाल की सत्तारूढ़ तृणमूल में मुकुल रॉय को राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बना दिया गया है। इसके अलावा उन्हें राज्य स्तरीय वाई श्रेणी की सुरक्षा भी दी गई है।
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मुकुल भले ही राजनीतिक तौर पर जमीनी पकड़ नहीं रखते लेकिन अचूक रणनीतिकार माने जाते हैं और उनकी योजना बहुत कम विफल होती है। 1998 में तृणमूल कांग्रेस की स्थापना के बाद से लेकर दो दशक तक वह ममता बनर्जी के राइट हैंड थे और पार्टी में ममता बनर्जी के बाद दूसरे सबसे बड़े ताकतवर नेता थे। माना जा रहा है कि एक बार फिर वह अपनी पुरानी भूमिका में लौटेंगे।