नई दिल्ली। प्रधानमंत्री पद के लिए नामित नरेन्द्र मोदी के रविवार शाम को होने वाले शपथ ग्रहण समारोह के मद्देनजर दिल्ली यातायात पुलिस ने विशेष व्यवस्था की है और राष्ट्रपति भवन के आसपास के क्षेत्र में सड़कों के बंद किए जाने के संबंध में परामर्श जारी किया है।
परामर्श के अनुसार, संसद मार्ग (परिवहन भवन और टी-पॉइंट रफी अहमद किदवई मार्ग के बीच), नॉर्थ एवेन्यू रोड, साउथ एवेन्यू रोड, कुशक रोड, राजाजी मार्ग, कृष्ण मेनन मार्ग, तालकटोरा रोड और पंडित पंत मार्ग पर दोपहर दो बजे से रात 11 बजे के बीच यातायात की आवाजाही की अनुमति नहीं होगी लेकिन ये मार्ग पैदल यात्रियों के लिए खुले रहेंगे।
परामर्श में कहा गया है, ‘‘इम्तियाज खान मार्ग, रकाबगंज रोड, रफी अहमद किदवई मार्ग, पंडित पंत मार्ग और तालकटोरा रोड पर किसी भी वाहन को रुकने या खड़ा करने की अनुमति नहीं होगी।’’ इसमें कहा गया है कि इन मार्गों पर खड़े किए गए वाहनों को हटा दिया जाएगा और अनुचित रूप से वाहन खड़े करने एवं कानूनी निर्देशों की अवज्ञा करने के कारण चालान काटा जएगा। इन स्थानों पर खड़े वाहनों को उठाकर गोल डाकखाना की ओर पंडित पंत मार्ग पर ‘‘ट्रैफिक पिट’’ में खड़ा किया जाएगा।
परामर्श के मुताबिक, यातायात को पटेल चौक, पटेल चौक गोल चक्कर, रेल भवन, कृषि भवन गोल चक्कर, गुरुद्वारा रकाब गंज गोल चक्कर और गोल डाकखाना से अन्य मार्ग की ओर मोड़ दिया जाएगा। इसमें कहा गया है कि राष्ट्रपति भवन के आसपास की सड़कों पर डीटीसी बसों को चलने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
परामर्श में कहा गया है, ‘‘जो लोग आईएसबीटी/रेलवे स्टेशन/हवाईअड्डों की ओर जा रहे हैं, उन्हें सलाह दी जाती है कि वे पर्याप्त समय लेकर अपनी यात्रा की सावधानीपूर्वक योजना बनाएं।’’ एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि करीब 1,100 यातायात कर्मियों को तैनात किया गया है।
इसके अलावा, दिल्ली पुलिस ने रविवार शाम शपथ ग्रहण समारोह के लिए निषेधाज्ञा लागू कर दी है और राष्ट्रीय राजधानी के कुछ हिस्सों को ‘उड़ान निषिद्ध क्षेत्र’ घोषित कर दिया है। निषेधाज्ञा नौ और 10 जून को लागू रहेगी। कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए अर्धसैनिक बलों के साथ 2,500 से अधिक पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है।
मोदी रविवार को गठबंधन सरकार के प्रमुख के रूप में तीसरी बार शपथ लेने वाले हैं। दो पूर्ण कार्यकालों में भाजपा को अपने दम पर बहुमत मिला था। प्रधानमंत्री मोदी (73) शपथ ग्रहण करने के साथ ही प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की उपलब्धि की बराबरी करेंगे, जिन्होंने 1952, 1957 और 1962 के आम चुनावों में जीत हासिल की थी।
राष्ट्रपति भवन में शाम सवा सात बजे प्रधानमंत्री और उनके मंत्रिपरिषद के सदस्य शपथ ग्रहण करेंगे। इस समारोह में भारत के पड़ोसी देशों और हिंद महासागर क्षेत्र के नेताओं समेत कई गणमान्य एवं विशेष आमंत्रितों के शामिल होने की उम्मीद है।