पश्चिम बंगाल की सियासी गलियारों में लगातार हो रही कोयला घोटाले की चर्चा की गूंज अब दिल्ली में भी सुनाई देने लगी है। दरअसल, कोयला घोटाले की तपिश में झुलस रहीं सूबे की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मामले की जांच रही सीबीआई की कार्रवाई पर सवालिया निशान लगाया है। इस सवालिया निशान के साथ ही उन्होंने सीबीआई के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा भी खटखटाया है।
ममता बनर्जी ने सुप्रीम कोर्ट में दायर किया हलफनामा
मिली जानकारी के अनुसार, पश्चिम बंगाल में कोयला के अवैध खनन के मामले की जांच कर रही सीबीआई ने ममता बनर्जी के भतीजे और तृणमूल कांग्रेस के सांसद अभिषेक बनर्जी की पत्नी और उनकी साली से पूछताछ की थी। इस मामले को लेकर ममता बनर्जी ने अब सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है।
कोयला खनन घोटाले के मुख्य अभियुक्त अनूप माझी की अपील पर राज्य सरकार की दलील ये है कि सीबीआई को तो राज्य के इस मामले की जांच का अधिकार ही नहीं है।इसी दलील के साथ सुप्रीम कोर्ट पहुंची ममता बनर्जी ने हलफनामा दायर करते हुए कहा है की इस मामले में सीबीआई की जांच उचित नहीं है। क्योंकि राज्य सरकार ने इसके लिए अपनी मंजूरी दो साल पहले ही वापस ले ली थी। लेकिन सीबीआई अब तक जांच कर रही है।
उधर, सुप्रीम कोर्ट ने ममता की इस याचिका को मंजूर भी कर लिया है और सुनवाई करने को तैयार हो गया है। जस्टिस धनंजय चंद्रचूड़ और जस्टिस एमआर शाह की पीठ इस मामले में आगे सुनवाई करेगी। पीठ इस वैधानिक मुद्दे पर सुनवाई करने को राजी तो हो गई है लेकिन कोर्ट ने सीबीआई की ओर से दर्ज एफआईआर में मुख्य अभियुक्त कारोबारी अनूप माझी को सीबीआई के हाथों गिरफ्तारी या दंडात्मक कार्रवाई से बचाने का आदेश देने से इनकार कर दिया।
कोर्ट ने अनूप माझी की अपील पर सीबीआई को नोटिस भेजकर जवाब मांगा है और सुनवाई पहली मार्च तक मुल्तवी कर दी है। दरअसल सीबीआई की ओर से दर्ज मुकदमे में राज्य में कोयले के अवैध खनन और उसकी ढुलाई में कई गड़बड़िया मिलीं हैं। इसमें ईस्टर्न कोलफील्ड, पूर्व रेलवे, सीआईएसएफ और माझी सहित कई लोगों, कम्पनियों और संस्थानों की साठगांठ पाई गई है।
यह भी पढ़ें: टूलकिट केस: अदालत ने दिशा रवि को दी बड़ी राहत, नहीं काम आए दिल्ली पुलिस के तर्क
सीबीआई ने इसकी पड़ताल कर, पिछले साल नवंबर में एफआईआर दर्ज की थी। इसी सिलसिले में सीबीआई, माझी से होती हुई ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी की पत्नी रुजिरा और उनकी बहन तक पहुंच गई। सीबीआई को जांच में इनके बैंक खाते में बड़ी और अघोषित रकम की जमा निकासी के दस्तावेज मिले हैं। राज्य में विधानसभा चुनाव भी सिर पर हैं और सत्तारूढ़ दल पर सीबीआई जांच और छापों का दाग भी लग रहा है।