पश्चिम बंगाल में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले सूबे की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक बड़ी सियासी चाल चली है। दरअसल, इस चुनाव में गरीब तबके के वोटबैंक को मजबूत करते हुए एक नई योजना की शुरुआत की है। ममता बनर्जी ने राजधानी कोलकाता में मां रसोई की शुरुआत की है। उन्होंने सचिवालय से इस महत्वाकांक्षी परियोजना को हरी झंडी दी।
ममता बनर्जी ने कहा- 5 रुपये में मिलेगा भरपेट भोजन
दरअसल, ममता बनर्जी द्वारा शुरू की गई मां रसोई परियोजना के तहत राजधानी कोलकाता के सभी 144 वार्डों में गरीबों के लिए महज 5 रुपये में भरपेट चावल, दाल, सब्जी और अंडा करी उपलब्ध कराया जाएगा।
इसकी शुरुआत करते हुए ममता ने कहा कि इससे गरीब तबके को काफी मदद मिलेगी। सीएम ने बताया कि प्रति व्यक्ति को चावल, दाल, सब्जी और अंडा करी उपलब्ध कराने में कम से कम 20 रुपये का खर्च है लेकिन लोगों को केवल 5 रुपये देना होगा और बाकी 15 रुपये की सब्सिडी सरकार वहन करेगी।
उन्होंने कहा कि स्वयं सहायता समूह हर दिन दोपहर 1:00 से 3:00 के बीच रसोइयों का संचालन करेंगे जहां लोगों को भोजन उपलब्ध कराया जाएगा। सीएम ने कहा कि प्रारंभिक तौर पर कोलकाता में इसकी शुरुआत की गई है लेकिन धीरे-धीरे पूरे राज्य में ऐसे रसोईघर स्थापित किए जाएंगे।
उल्लेखनीय है कि इसके पहले तमिलनाडु की दिवंगत मुख्यमंत्री जे जयललिता ने भी इसी तरह से “अम्मा कैंटीन” की शुरुआत की थी जहां कम कीमत में गरीबों को भरपेट भोजन मिलता था। अब इस तरह से जब ममता बनर्जी ने भी “मां” रसोई की शुरुआत की है तो इस पर विपक्ष हमलावर हो गया है।
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भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा है कि ममता ने लोगों को लूट कर उन्हें गरीब बनाया है इसीलिए अब लंगर लगाने की जरूरत पड़ी है।