मुख्यमंत्री धामी ने सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज में आयोजित प्रतिभा सम्मान समारोह2025 कार्यक्रम में प्रतिभाग किया।
हरिद्वार । मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज, हरिद्वार में आयोजित प्रतिभा सम्मान समारोह 2025 में प्रतिभाग करते हुए विद्यालय के नवनिर्मित भवन व स्मार्ट रूम का लोकार्पण किया। उन्होंने प्रतिभावान विद्यार्थियों और शिक्षकों को सम्मानित करते हुए उनके कार्यों की सराहना की और शिक्षा के क्षेत्र में हो रहे नवाचारों की जानकारी दी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद देश के पुनर्निर्माण में विद्या भारती ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। सरस्वती शिशु मंदिर के रूप में जो बीज रोपा गया था, वह आज एक वटवृक्ष के रूप में देशभर में शिक्षा का उजाला फैला रहा है। वर्तमान में विद्या भारती द्वारा देशभर में 12,000 से अधिक विद्यालय संचालित किए जा रहे हैं, जिनमें लगभग 35 लाख विद्यार्थी अध्ययनरत हैं। उच्च शिक्षा के क्षेत्र में भी 50 से अधिक महाविद्यालय एवं एक विश्वविद्यालय के माध्यम से आधुनिक शिक्षा के साथ-साथ नैतिकता, राष्ट्रभक्ति एवं सांस्कृतिक मूल्यों का समावेश किया जा रहा है।
उत्तराखंड राज्य में विद्या भारती का नेटवर्क माणा से धारचूला तक फैला हुआ है। यहाँ 500 से अधिक विद्यालयों में एक लाख से अधिक विद्यार्थी शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि हरिद्वार स्थित इस विद्यालय में चार स्मार्ट क्लास का लोकार्पण इस बात का प्रमाण है कि ये स्कूल भी आधुनिक सुविधाओं से युक्त हैं।राज्य सरकार द्वारा शिक्षा व्यवस्था में निरंतर सुधार किया जा रहा है। उत्तराखंड देश का पहला राज्य बना जहाँ नई शिक्षा नीति को लागू किया गया।
प्रदेश में 141 पीएम-श्री विद्यालय*, *नेताजी सुभाष चंद्र बोस आवासीय विद्यालय वर्चुअल क्लासरूम, तथा लैब ऑन व्हील्स जैसी योजनाएं लागू की गई हैं। एनसीईआरटी की पुस्तकों को सभी स्कूलों में अनिवार्य किया गया है। कक्षा 1 से 12 तक के विद्यार्थियों को निशुल्क पाठ्यपुस्तकें दी जा रही हैं और कक्षा 1 से 8 तक के बच्चों को जूते-बैग भी दिए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 20 मॉडल कॉलेज और 9 नए महाविद्यालयों की स्थापना की गई है। साथ ही, महिला छात्रावास, आईटी लैब और परीक्षा भवनों का निर्माण भी हो रहा है। खेल सुविधाओं के विकास पर भी विशेष ध्यान दिया गया है। प्रदेश के खेल स्टेडियमों का उन्नयन किया गया है और 8 वर्ष से ऊपर के प्रतिभावान खिलाड़ियों को छात्रवृत्ति दी जा रही है। आवासीय स्पोर्ट्स कॉलेज के खिलाड़ियों को मुफ्त प्रशिक्षण, शिक्षा, आवास, भोजन और किट दी जा रही है।
राष्ट्रीय खेलों में उत्तराखंड के खिलाड़ियों ने 100 से अधिक पदक जीतकर नया कीर्तिमान स्थापित किया है। नकल और पेपर लीक जैसी समस्याओं से निपटने के लिए देश का सबसे सख्त नकल विरोधी कानून राज्य में लागू किया गया है। इसके चलते अब तक कोई भी पेपर लीक नहीं हुआ है और पिछले तीन वर्षों में 22,000 से अधिक युवाओं को सरकारी नौकरियाँ मिली हैं।
मुख्यमंत्री ने विद्यार्थियों से कहा कि वे पूरी लगन से पढ़ाई करें और अपने सपनों को साकार करें। उन्होंने आशा जताई कि यह विद्यालय आने वाली पीढ़ियों को भी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और नैतिक मूल्यों के साथ मार्गदर्शन करता रहेगा।इस कार्यक्रम में आरएसएस के प्रांत प्रचारक डॉ. शैलेन्द्र, विधायक आदेश चौहान, महापौर किरण जैसल, जिलाधिकारी कर्मेन्द्र सिंह, एसएसपी प्रमेन्द्र डोभाल सहित कई गणमान्य अतिथि उपस्थित रहे।